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RSS के विजयादशमी कार्यक्रम में ये होंगे मुख्य अतिथि, जानें क्‍या होगा पूरा कार्यक्रम

विजयादशमी कार्यक्रम सुबह 740 बजे शुरू हो जाएगा। यह अकेला ऐसा कार्यक्रम है जिसे संघ पूरे धूमधाम के साथ मनाता है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 08:58 PM (IST)Updated: Fri, 04 Oct 2019 08:58 PM (IST)
RSS के विजयादशमी कार्यक्रम में ये होंगे मुख्य अतिथि, जानें क्‍या होगा पूरा कार्यक्रम
RSS के विजयादशमी कार्यक्रम में ये होंगे मुख्य अतिथि, जानें क्‍या होगा पूरा कार्यक्रम

नई दिल्ली, आइएएनएस। एचसीएल के शिव नादर इस वर्ष आठ अक्टूबर को होने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विजयादशमी कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। विजयादशमी के दिन ही संघ की स्थापना हुई थी। भारतीय उद्योगपति नादर एचसीएल और शिव नादर फाउंडेशन के संस्थापक और चेयरमैन हैं। शिव नाडर आईटी से जुटी हुई हस्‍ती हैं।  

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इस साल विजयादशमी कार्यक्रम सुबह 7:40 बजे शुरू हो जाएगा। यह अकेला ऐसा कार्यक्रम है, जिसे संघ पूरे धूमधाम के साथ मनाता है। आठ अक्टूबर को होने वाले इस कार्यक्रम में सर संघचालक मोहन भागवत सहित संगठन के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। हर साल संघ के कार्यक्रम में खासियत का पता इससे चलता है कि आरएसएस इस समारोह में आम तौर पर किसी बाहरी हस्‍ती का बुलाता है। इसको लेकर पहले से ही लोगों के भी अटकलें लगने लगती है।  

पिछली बार प्रणब मुखर्जी हुए थे शामिल 

खास बात यह है कि पिछले साल विजयादशमी के कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी शामिल हुए थे और संघ के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार को भारत माता का महान सपूत बताया था। उनके इस बयान को लेकर काफी कोहराम मचा था। यहां तक की पूर्व में कांग्रेस से जुड़े रहे मुखर्जी के इस कदम की उनकी पार्टी ने भी कड़ी आलोचना की थी। कांग्रेस के रणनीतिकारों में से एक अहमद पटेल ने तो ट्वीट करके यहां तक कहा था कि उन्हें प्रणब दा से इसकी उम्मीद नहीं थी।

विजयादशमी के दिन होती है शस्‍त्र पूजा 

राष्‍ट्रीय स्‍वयं सेवक संघ (आरएसएस) की स्‍थापना 1925 में विजयादशमी के दिन हुई है। उसके बाद ही राष्‍ट्रीय स्‍वयं सेवक संघ विजयादशमी का पर्व धूमधाम से मनाता है। इस दिन संघ द्वारा शस्‍त्र पूजा भी की जाती है।  यूं तो संघ की स्‍थापना 27 सितंबर को हुई थी लेकिन 1925 को विजयादशमी 27 सितंबर को पड़ी थी। इसके बाद से राष्‍ट्रीय स्‍वयं सेवक संघ ने अपनी स्‍थापना विजयादशमी के दिन मनाना शुरू कर दिया।   


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