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शेख हसीना ने कहा- अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक मानसिकता से ऊपर उठें दक्षिण एशियाई देश

शेख हसीना ने इंडिया इकोनॉमिक समिट को संबोधित करते हुए कहा कि अल्पकालिक फायदों के लिए दीर्घकालिक हितों से समझौता नहीं करना चाहिए।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 04 Oct 2019 11:39 PM (IST)Updated: Fri, 04 Oct 2019 11:39 PM (IST)
शेख हसीना ने कहा- अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक मानसिकता से ऊपर उठें दक्षिण एशियाई देश
शेख हसीना ने कहा- अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक मानसिकता से ऊपर उठें दक्षिण एशियाई देश

नई दिल्ली, प्रेट्र। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शुक्रवार को कहा कि दक्षिण एशियाई देशों को अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक की मानसिकता से ऊपर उठना चाहिए क्योंकि बहुलवाद ही इस क्षेत्र की ताकत है।

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'इंडिया इकोनॉमिक समिट'

चार दिन की भारत यात्रा पर आईं शेख हसीना ने 'इंडिया इकोनॉमिक समिट' को संबोधित करते हुए कहा कि दक्षिण एशियाई देशों को दोस्ती और सहयोग के जरिये अपनी भू-राजनीतिक वास्तविकताओं का प्रबंधन करना चाहिए और अल्पकालिक फायदों के लिए दीर्घकालिक हितों से समझौता नहीं करना चाहिए। इसका उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि उनका देश म्यांमार से आए 11 लाख शरणार्थियों के मसले को वार्ता के जरिये हल करने की कोशिश कर रहा है।

हसीना ने कहा कि दक्षिण एशिया को ऐसे क्षेत्र के रूप में उभरना चाहिए जो आपस में जुड़ा हो, मैत्रीपूर्ण व प्रतिस्पर्धी हो और हमेशा दूसरे क्षेत्रों के साथ जुड़ने को तैयार हो। संपर्क स्थापित करने से हमारे लिए एक दूसरे से सहयोग और व्यापार बढ़ाने के द्वार खुलेंगे।

सिद्धांतों का पालन किया जाना चाहिए

बांग्लादेशी प्रधानमंत्री ने कहा कि जब वह अगले दशक की ओर देखती हैं तो उन्हें लगता है कि कुछ सिद्धांतों का पालन किया जाना चाहिए। पहला, हमारे सभी समाजों के प्रत्येक व्यक्ति के लिए शांति, स्थायित्व और सद्भाव सुनिश्चित करना चाहिए। दूसरा, हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे समाजों में असमानता की खाई और चौड़ी न हो। संपदा का सृजन समावेशी होना चाहिए और निचले स्तर तक पहुंचना चाहिए।

उन्होंने कहा कि हमें अपनी गलतफहमियों और झूठी आशंकाओं पर भी काबू पाने की जरूरत है। हालांकि अपने इस कथन की उन्होंने व्याख्या नहीं की।

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने शुक्रवार को भारत सरकार द्वारा पिछले महीने प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के मुद्दे पर कहा कि उनके देश को थोड़ा असुविधा हुई और अब उन्होंने खाना बनाने वाले अपने रसोइए से कह दिया है कि वो खाने में प्याज ना डाले।

भारत की ओर से प्याज के निर्यात पर बैन पर बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने कहा कि प्याज़ में हमारे लिए थोड़ी दिक्कत हो गई। मुझे मालूम नहीं आपने क्यों प्याज को बंद किया। शेख हसीना ने हल्के अंदाज में कहा कि मैंने अपने रसोईए (कुक) को बोल दिया अब से खाने में प्याज डालना बंद कर दो। मैं आपसे कहना चाहूंगी कि अगर आगे से आप ऐसा कोई फैसला लें तो हमें थोड़ा पहले से बता दें।


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