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PM मोदी की हत्या की साजिश वाले पत्र पर राजनीति शुरू, शरद पवार ने बताया सहानुभूति बटोरने की कोशिश

एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने पीएम मोदी को जान से मारने वाले पत्र को खारिज करते हुए इस खबर को सहानुभूति बटोरने का प्रयास बताया है।

By Nancy BajpaiEdited By: Published: Mon, 11 Jun 2018 11:49 AM (IST)Updated: Mon, 11 Jun 2018 02:05 PM (IST)
PM मोदी की हत्या की साजिश वाले पत्र पर राजनीति शुरू, शरद पवार ने बताया सहानुभूति बटोरने की कोशिश
PM मोदी की हत्या की साजिश वाले पत्र पर राजनीति शुरू, शरद पवार ने बताया सहानुभूति बटोरने की कोशिश

पुणे (पीटीआइ)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की साजिश रचने वाला माओवादियों का पत्र सामने आने के बाद अब इसपर राजनीति भी शुरू हो गई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार ने इस पत्र को खारिज करते हुए पीएम मोदी की हत्‍या की साजिश की खबर को सहानुभूति बटोरने का प्रयास बताया है। पुणे में एनसीपी के 20वें स्‍थापना दिवस के अवसर पर शरद पवार ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा, 'लोग सहानुभूति पैदा करने के भाजपा के प्रयासों के शिकार नहीं होंगे।'

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धमकी भरे पत्र की सत्यता पर सवाल
शरद पवार ने धमकी भरे पत्र की सत्यता पर सवाल उठाते हुए कहा, 'इस पर मुझे शक है कि पत्र सच्चा है या नहीं।' एक रिटायर्ड अधिकारी का जिक्र करते हुए पवार ने कहा, 'वे कहते हैं कि धमकी भरा पत्र मिला है। मैंने एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी से बात की जो सीआइडी के लिए काम कर चुके हैं। उन्होंने मुझे बताया कि पत्र में ऐसा कुछ है ही नहीं। पत्र का उपयोग लोगों की सहानुभूति लेने के लिए किया जा रहा है।' हालांकि वो रिटायर्ड अधिकारी है कौन, उनके नाम का जिक्र उन्होंने नहीं किया।

भीमा कोरेगांव हिंसा मामले की गिरफ्तारियों पर सवाल
वहीं, शरद पवार ने भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में हुईं गिरफ्तारियों पर भी सवाल उठाए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने गिरफ्तार आरोपियों का नक्सलियों से लिंक होने पर भी शक जताया। उन्होंने कहा, 'जब एक-जैसी सोच रखने वाले लोग एक मंच के नीचे आकर इल्गार परिषद का आयोजन करते हैं तो उन्हें नक्सली कहकर गिरफ्तार कर लिया जाता है। सभी को पता है कि भीमा कोरेगांव में किसका हाथ है, लेकिन जिनका इससे कोई संबंध ही नहीं था उन्हें गिरफ्तार किया गया।' साथ ही उन्होंने केंद्र पर सत्ता का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया।

धमकी भरा पत्र कब सामने आया
दरअसल, माओवादियों का एक धमकी भरा पत्र सामने आया है, जिससे राजीव गांधी की तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश रचने का खुलासा हुआ। भीमा-कोरेगांव हिंसा भड़काने की साजिश के आरोप में पुलिस ने रोणा जैकब विल्सन, सुधीर ढावले, सुरेंद्र गाडलिंग सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक इन आरोपियों के पास से ये पत्र बरामद हुआ है।

पत्र में क्या लिखा था
18 अप्रैल को रोणा जैकब द्वारा कॉमरेड प्रकाश को लिखी गई चिट्ठी में कहा गया कि हिंदू फासिस्म को हराना अब काफी जरूरी हो गया है। मोदी की अगुवाई में हिंदू फासिस्ट काफी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं, ऐसे में इन्हें रोकना जरूरी हो गया है। इस पत्र में यह भी लिखा है कि मोदी की अगुवाई में भाजपा बिहार और बंगाल को छोड़कर करीब 15 से ज्यादा राज्यों में सत्ता में आ चुकी है। अगर इसी तरह ये रफ्तार आगे बढ़ती रही, तो माओवादी पार्टी को खतरा हो सकता है, इसलिए मोदी राज से मुक्ति पाने के लिए राजीव गांधी जैसे हत्याकांड को अंजाम देने की जरूरत है। इस चिट्ठी में कहा गया कि अगर ऐसा होता है, तो ये एक तरह से सुसाइड अटैक लगेगा। हमें लगता है कि हमारे पास ये अच्छा मौका है। मोदी के रोड शो को टारगेट करना एक अच्छी प्लानिंग हो सकती है।


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