मोदी पर लिखी पुस्तक का विमोचन करते हुए शाह ने कहा- पीएम ने तोड़े परंपरागत राजनीति के कई मिथक
मोदी ने अनुच्छेद 370 35ए राममंदिर और नागरिकता संशोधन कानून जैसे लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए कठोर निर्णय लेने का काम किया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने राजनीतिक जीवन में भारतीय राजनीति में जड़ जमाए कई राजनीतिक मिथकों और भ्रांतियों को तोड़ने का काम किया है। नरेंद्र मोदी के जीवन पर आधारित पुस्तक 'कर्मयोद्धा ग्रंथ' का विमोचन करते हुए भाजपा के अध्यक्ष व गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि तुष्टीकरण, जातिवाद, परिवारवाद में जकड़ा राजनीतिक नेतृत्व देश की समस्या से निपटने के लिए बड़े फैसले लेने से बचता रहा, जबकि निस्वार्थ सेवा के भाव से शीर्ष पद पर पहुंचे मोदी ने 70 सालों से लंबित मुद्दों को हल करने के लिए देशहित में कई बड़े फैसले लिये।
मैंने सियासी जीवन में 'राजा प्रथमो सेवक' के मंत्र पर काम किया- अमित शाह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपने लंबे सफर को याद करते हुए अमित शाह ने कहा कि अपने राजनीतिक जीवन में हमेशा से 'राजा प्रथमो सेवक' के मंत्र पर काम किया। यही कारण है कि मोदी कभी भी अपनी चिंता नहीं करते हुए हमेशा देश के आम नागरिकों को ध्यान में रखा है।
गरीबों के हित में पीएम मोदी ने किए कई ऐतिहासिक काम
गरीबों के हित में मोदी के ऐतिहासिक कामों को बताते हुए अमित शाह ने कहा कि करोड़ों परिवारों को मुफ्त में गैस कनेक्शन, बिजली और पांच लाख रुपये तक सालाना मुफ्त इलाज के बाद 2022 तक सभी को अपना घर देने जा रही है।
पिछले छह साल में मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा- शाह
अमित शाह ने कहा कि संप्रग सरकार के दौरान 14 लाख करोड़ रुपये के घोटाले के आरोपों के बीच प्रधानमंत्री के पद पर नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली थी। इसके बाद पिछले छह साल में केंद्र सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा है।
मोदी ने अनुच्छेद 370, राममंदिर और सीएए जैसे लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए कठोर निर्णय लिए
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने देश की समस्याओं को लटकाए रखने का काम किया। जबकि मोदी ने अनुच्छेद 370, 35ए, राममंदिर और नागरिकता संशोधन कानून जैसे लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए कठोर निर्णय लेने का काम किया।