महागठबंधन का सुलझा विवाद, कांग्रेस में जाने को तैयार बिहारी बाबू, 22 को होगा सीटों का ऐलान
महागठबंधन का संकट समाधान होने के बाद कांग्रेस हाईकमान बिहार की अपनी सीटों के उम्मीदवारों का चयन भी अगले कुछ दिनों में कर देगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। बिहार में महागठबंधन ने सीट बंटवारे का विवाद सुलझाने के बाद लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के चयन की कसरत अब तेज कर दी है। इस क्रम में कांग्रेस ने शत्रुध्न सिन्हा को पटना साहिब से चुनावी मैदान में उतारने के संकेत दिए हैं। बिहारी बाबू को उनकी परंपरागत सीट से चुनाव लड़ाने पर महागठबंधन के सभी घटक दल सहमत हैं। महागठबंधन के दलों के बीच सीट बंटवारे का ऐलान होली बाद 22 मार्च को पटना में होगा।
सूत्रों के अनुसार पटना साहिब से शत्रुध्न सिन्हा की उम्मीदवारी का ऐलान भी इस दौरान किए जाने की संभावना है। हालांकि चुनाव मैदान में उतरने से पहले बिहारी बाबू भाजपा छोड़ कांग्रेस की औपचारिक सदस्यता लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर बीते लंबे समय से लगातार तीखे सवाल उठाते रहे शत्रुध्न सिन्हा का भाजपा से नाता टूटना पहले से ही तय माना जा रहा था।
भाजपा ने पटना साहिब से बिहारी बाबू की जगह केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को उम्मीदवार बनाने का संकेत देकर सिन्हा को साफ संदेश दे दिया है कि पार्टी में अब उनके लिए जगह नहीं है।
महागठबंधन में बिहारी बाबू के पास कांग्रेस और राजद दोनों से लड़ने का विकल्प खुला था। मौजूदा भाजपा सांसद सिन्हा इस सिलसिले में रांची में राजद प्रमुख लालू प्रसाद से जेल में जाकर मिल भी चुके हैं। हालांकि सीटों की रस्साकशी के कारण सिन्हा को अब कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ाने की तैयारी है।
सीट बंटवारे में कांग्रेस को 9 सीट मिलने के संकेत हैं, हालांकि पार्टी सूत्रों ने इशारा किया कि पार्टी बिहारी बाबू की सीट को अपने खाते में अतिरिक्त सीट के रुप में लाने का अब भी प्रयास कर रही है। महागठबंधन का संकट समाधान होने के बाद कांग्रेस हाईकमान बिहार की अपनी सीटों के उम्मीदवारों का चयन भी अगले कुछ दिनों में कर देगा।