जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोड़ने पर वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने कहा, पार्टी को बड़ी सर्जरी की जरूरत
जितिन प्रसाद के कांग्रेस को छोड़ कर भाजपा में शामिल होने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा कि कांग्रेस को बड़ी सर्जरी कराने की जरूरत है। क्षमता और जनाधार वाले लोगों को विभिन्न राज्यों का प्रभार दिया जाना चाहिए।
नई दिल्ली, एएनआइ। जितिन प्रसाद के कांग्रेस को छोड़ कर भाजपा में शामिल होने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरप्पा मोइली ने कहा कि कांग्रेस को बड़ी सर्जरी कराने की जरूरत है। क्षमता और जनाधार वाले लोगों को विभिन्न राज्यों का प्रभार दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ज्यादा नेता नहीं, सिर्फ जितिन प्रसाद ने ही पार्टी को छोड़ा है। वह हमेशा एक संदिग्ध थे। वह धर्मनिरपेक्ष नहीं है। वह जातिवादी थे और यूपी में जातिवादी राजनीति को कायम रखना चाहते थे। उन्हें कई पद दिए गए थे। पार्टी की विचारधारा के लिए प्रतिबद्ध लोगों को जिम्मेदारी दी जाए।
Not many leaders, only Jitin Prasada left. He was always a suspect. He isn't secular. He was casteist & wanted to perpetuate casteist politics in UP. He was given many posts. Responsibility should be given to people who are committed to party ideology: Veerappa Moily, Congress pic.twitter.com/CTmm3OAbZi
— ANI (@ANI) June 10, 2021
जितिन का भाजपा में जाने से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि अगर वह कांग्रेस और उस विचारधारा को दोष देते हैं जिसके लिए उन्होंने और उनके पिता ने काम किया, तो यह दुखद है। खड़गे ने कहा कि जितिन को कांग्रेस में सभी लोग सम्मान देते थे। उन्होंने अचानक अपना स्टैंड बदल दिया, ये बहुत दुख की बात है। हो सकता है 8-10 साल हमारे लिए ठीक न हों लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि हम विचारधारा छोड़ें। ये नहीं होना चाहिए था। जितिन प्रसाद पारंपरिक कांग्रेसी थे, हमने उन्हें सम्मान दिया, उनकी उपेक्षा नहीं की गई।
इसलिए छोड़कर जा रहे दिग्गज
ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद जितिन कांग्रेस के बिखरते युवा नेतृत्व का आखिरी पन्ना नहीं हैं बल्कि इस सिलसिले के आगे भी जारी रहने की संभावनाएं हैं। राजस्थान में विद्रोह के मुहाने से लौटे सचिन पायलट, महाराष्ट्र में मिलिंद देवड़ा से लेकर हरियाणा में दीपेंद्र हुड्डा जैसे कांग्रेस के युवा चेहरे पार्टी की मौजूदा दशा-दिशा से परेशान होकर अपने राजनीतिक भविष्य की वैकल्पिक संभावनाओं पर गौर कर रहे हैं।
ज्योतिरादित्य की तरह जितिन प्रसाद के पिता भी बड़े कांग्रेस नेता और केंद्रीय मंत्री रहे थे। जितिन प्रसाद औऱ ज्योतिरादित्य भी मनमोहन सिंह की सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। जितिन प्रसाद 2004 और 2009 में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस से सांसद रहे थे। ज्ञात हो कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले ही ऐसी अटकलें जोरों पर थीं कि जितिन प्रसाद भाजपा में जा सकते हैं। माना जाता है कि कांग्रेस हाई कमान के त्वरित हस्तक्षेप के कारण जितिन प्रसाद ने अपना फैसला तब वापस ले लिया था।