मानसून सत्र LIVE: अविश्वास प्रस्ताव पर मोदी सरकार को मिला शिवसेना का समर्थन
सूत्रों के मुताबिक, मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाये गए अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को होने वाले मत विभाजन में सरकार को 314 सांसदों का समर्थन मिलेगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर शिवसेना ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दे पर शिवसेना मोदी सरकार का समर्थन करेगी। संसद के मानसून सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत भी हंगामे के साथ हुई है। केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा को लेकर लोकसभा में विपक्षी सांसदों द्वारा हंगामा किया। सिन्हा जैसे ही भाषण के लिए उठे, विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी। जयंत सिन्हा मॉब लिंचिंग के दोषियों का स्वागत कर विवाद में घिरे थे। इस बीच संसद में मॉब लिंचिंग पर सरकार की ओर से जवाब देते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाए। राजनाथ के बयान के बाद कांग्रेस ने लोकसभा से वॉकआउट कर दिया। इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने भीड़ की हिंसा यानि मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर लोकसभा में प्रश्नकाल स्थगित करने का नोटिस दिया। सत्र के पहले दिन भी मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर लोकसभा में हंगामा हुआ था। हालांकि मोदी सरकार ने साफ कर दिया है कि वो किसी भी मुद्दे पर बहस के लिए तैयार हैं। फिर चाहे वो मुद्दा किसी भी पार्टी के द्वारा उठाया जाए।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कांग्रेस ने भाजपा से पूछे ये सवाल
आनंद शर्मा ने राज्यसभा में कहा, 'पिछले दो सालों में इतने पैसे गए हैं देश के बाहर, जितने दशकों से नहीं गए थे। इन पिछले दो सालों स्विस बैंक में देश से जाने वाला धन काफी बढ़ गया है। आनंद शर्मा ने कहा कि क्या देश के जांच एजेंसियां सिर्फ राजनीतिक दलों के लिए ही हैं या फिर देश से पैसा लेकर भागने वालों के खिलाफ भी कुछ कर रही है. उन्होंने कहा कि पहले आप CAG की रिपोर्ट का हवाला देते थे लेकिन क्या आज उसकी रिपोर्ट देखते हैं. शर्मा ने कहा कि सरकारी एजेंसियों का ऐसा दुरुपयोग पहले हमने कभी नहीं देखा, जैसा इन दिनों हो रहा है। उन्होंने कहा कि मंत्री बताएं कि अबतक कितने भ्रष्टाचारियों को आपने पकड़ा है? उन्होंने कहा कि कानून की दो परिभाषाओं और इस्तेमाल नहीं हो सकता। एक बड़ा आंदोलन हुआ था भ्रष्टाचार के खिलाफ, लेकिन सरकार आज बताए कि 4 साल में लोकपाल क्यों नहीं बना।
शिवसेना ने खोले पत्ते
अविश्वास प्रस्ताव पर शिवसेना ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। सूत्रों के मुताबिक, अविश्वास प्रस्ताव के मुद्दे पर शिवसेना मोदी सरकार का समर्थन करेगी। हालांकि इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष की आवाज पहले सुनी जानी चाहिए, भले ही इसमें एक व्यक्ति शामिल हो। यहां तक कि जब भी आवश्यक होगा हम भी (शिवसेना) बोलेंगे। पार्टी ने अपने मंत्रियों को व्हिप जारी कर शुक्रवार को लोकसभा में उपस्थित रहने के लिए कहा है।
थरूर बोले- मॉब लिंचिंग पर गृहमंत्री का बयान संतोषजनक नहीं
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि लोकसभा में गृह मंत्री राजनाथ सिंह का बयान संतोषजनक नहीं था, इसलिए हमने सदन से वॉकआउट करने का फैसला लिया। यह 'पिंग पोंग' का एक खेल नहीं है कि राज्य और केंद्र जिम्मेदारियों को स्थानांतरित करते रहेंगे।
मॉब लिंचिंग को रोकना राज्यों की जिम्मेदारी
संसद में भीड़ की हिंसा यानि मॉब लिंचिंग पर सरकार की ओर से जवाब देते हुए गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह राज्य सरकारों की जिम्मेदारी है कि ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाए। भीड़ की हिंसा को रोकना राज्यों की जिम्मेदारी है। केंद्र ने राज्यों को कई बार इस बारे में निर्देश दिए हैं। पिछले कुछ समय में ऐसी घटनाएं हुई हैं, जो दुखद हैं। इन घटनाओं की सरकार की ओर से वह आलोचना करते हैं।
शत्रुघ्न और छोटेलाल अविश्वास प्रस्ताव पर देंगे मोदी सरकार का साथ
शत्रुघ्न सिन्हा को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं, लेकिन बताया जा रहा है कि वह भी अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट करेंगे। इधर भाजपा सांसद छोटेलाल ने कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट देंगे। उनकी नाराज़गी केंद्र सरकार या पार्टी से नहीं थी। मोदी जी कह चुके हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होगा। गौरतलब है कि छोटेलाल ने योगी सरकार के खिलाफ पीएम मोदी को पत्र लिखा था। छोटे लाल रॉबर्ट्सगंज से दलित सांसद हैं।
अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में डीएमके
इधर डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन ने साफ कर दिया है कि वो टीडीपी द्वारा लाए अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करती है। उन्होंने कहा कि हम एआइएडीएमके से भी संसद में अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने का अनुरोध करते हैं।
सोनिया जी का गणित कमजोर
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि एनडीए एकजुट है और अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ मतदान करेगा। उन्होंने कहा, 'हमें एनडीए के बाहर के दलों से भी समर्थन मिलने की उम्मीद है। यह अजीब है कि भाजपा के अकेले दम पर बहुमत हासिल करने और 21 राज्यों में सत्तासीन होने के बावजूद विपक्ष अविश्वास प्रस्ताव लाया है। अनंत कुमार से जब सोनिया गांधी की 'कौन कहता है कि हमारे पास नंबर नहीं हैं' टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सोनिया जी का गणित कमजोर है। उन्होंने 1996 में इसी तरह की गणना की थी। हम जानते हैं कि तब क्या हुआ। उनकी गणना अभी भी गलत है। मोदी सरकार के पास संसद और संसद के बाहर दोनों जगह बहुमत है।
मोदी सरकार को 314 सांसदों का समर्थन
भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीद जतायी है कि नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष की ओर से लाये गए अविश्वास प्रस्ताव पर शुक्रवार को होने वाले मत विभाजन में सरकार को 314 सांसदों का समर्थन मिलेगा। केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने दावा किया है कि बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन के सदस्य शिवसेना विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट देंगी।
संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन
इधर वाईएसआरसीपी के मंत्री संसद के परिसर में आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य के दर्ज की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस के सांसदों ने भी किसानों के मुद्दों को लेकर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मोदी सरकार की एमएसपी में बढ़ोतरी कर किसानों के साथ धोखा है।