#JagranForum: कच्चा तेल सस्ता करने में प्रधानमंत्री की बड़ी भूमिका - धर्मेद्र प्रधान
जागरण फोरम के दूसरे दिन पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पिछले एक महीने में पेट्रोल की कीमत में करीब 10 रुपये की कटौती हो चुकी है।
नई दिल्ली,जयप्रकाश रंजन। एक वक्त था जब भारत अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में होने वाले उतार-चढ़ाव का मूक-दर्शक बना रहता था। लेकिन अब हालात बदल गए हैं। इस वर्ष सितंबर में जब कच्चे तेल की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गई और इसने भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने नई चुनौतियां पेश कर दीं, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने तेल उत्पादक देशों के साथ कई दौर की बातचीत की। तेल निर्यातक देशों के संगठन (ओपेक) के सामने भारत ने एक तरह से तेल का उपभोग करने वाले देशों के अगुआ के तौर पर अपनी बात रखी। नतीजा यह रहा कि अक्टूबर में जब कच्चे तेल की कीमत में गिरावट हुई, तो इसका श्रेय मोदी को भी दिया गया। यह श्रेय किसी और ने नहीं, बल्कि दुनिया के सबसे बड़े तेल उत्पादक देश सऊदी अरब के पेट्रोलियम मंत्री खालिद अल फलीह ने दिया।
जागरण फोरम में भारत की ऊर्जा सुरक्षा विषय पर चर्चा में भाग लेते हुए पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने ओपेक देशों को मनाने की रणनीति जाहिर की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने दुनिया की कुछ दिग्गज तेल कंपनियों और तेल उत्पादक देशों की एक बैठक में यह कहा था कि वे तेल की ज्यादा खपत करने वाले देशों को सोने की मुर्गी समझ उससे लंबी अवधि तक फायदा उठाना चाहते हैं, या तात्कालिक लाभ के मोह में उसे एक बार में ही मार देना चाहते हैं। मोदी का संकेत भारत चीन, जापान जैसे देशों में तेल के बढ़ते खपत की तरफ था कि अगर कच्चे तेल की कीमत बढ़ाई गई तो इनकी अर्थव्यवस्था पर बुरा असर होगा, जो आखिरकार तेल उत्पादक देशों के लिए नुकसानदेह है। प्रधान ने कहा कि तीन दिन पहले फलीह से यह बात अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संदर्भ में पूछी गई थी। लेकिन उन्होंने पीएम मोदी का जिक्र करते हुए जवाब दिया। यह इस बात का प्रमाण है कि कच्चे तेल का दाम वाजिब स्तर पर रखने के लिए भारत किस स्तर पर कोशिश कर रहा है। भारत चाहता है कि तेल उत्पादक देश एशिया के बड़े तेल उपभोक्ता देशों से ज्यादा कीमत वसूलना बंद करें।
केंद्र ने पेट्रोल व डीजल पर टैक्स दर घटाई, राज्य भी करें कटौती
प्रधान ने आश्वासन दिया कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में जैसे-जैसे कच्चा तेल सस्ता होगा, उसका फायदा आम ग्राहकों को जरूर मिलेगा। पिछले एक महीने में पेट्रोल की कीमत में करीब 10 रुपये की कटौती हो चुकी है। उन्होंने कहा कि देश में पेट्रोल व डीजल की खुदरा कीमत तय करने की प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है। कच्चे तेल की कीमत के अनुपात में खुदरा कीमत नहीं घटने की वजह के बारे में प्रधान ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारों की तरफ से लगाया गया टैक्स इसका बड़ा कारण है। जरूरत पर केंद्र सरकार ने पेट्रोल व डीजल पर टैक्स की दर घटाई है और राज्यों को भी ऐसा करने के लिए कहा है। देश में 65 हजार नए पेट्रोल पंपों के वितरण की प्रक्रिया शुरू करने को चुनावी रंग नहीं देने की अपील करते हुए प्रधान ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था जिस तरह से बढ़ रही है, उसे देखते हुए हमें ज्यादा पेट्रोल व डीजल वितरण केंद्रों की जरूरत है।
उज्ज्वला योजना के तहत 5.70 करोड़ कनेक्शन
सरकार की उज्ज्वला योजना की सबसे बड़ी खासियत उन्होंने यह बताई कि ग्रामीण इलाकों में जिन घरों में लकड़ी या उपले पर खाना पकता रहा था, वहां अब महिलाएं साफ-स्वच्छ ईधन का प्रयोग कर रही हैं। आजादी के बाद के शुरुआती 60 वषरें में सिर्फ 13 करोड़ घरों को एलपीजी कनेक्शन मिला था। जबकि इस सरकार के साढ़े चार वर्षों में 13 करोड़ नए कनेक्शन दिए गए हैं। इनमें 5.70 करोड़ कनेक्शन उज्ज्वला योजना के तहत दिए गए हैं। अभी देश में एक परिवार साल में औसतन सात एलपीजी सिलेंडर इस्तेमाल करता है जबकि उज्ज्वला के तहत चार सिलेंडर इस्तेमाल हो रहे हैं।
मध्य प्रदेश,राजस्थान व छत्तीसगढ़ में फिर बनेगी सरकार
हाल ही में संपन्न हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की कमान संभाल रहे प्रधान ने भरोसा जताया कि वहां के अलावा राजस्थान व छत्तीसगढ़ में भी फिर भाजपा की सरकार बनेगी। इन राज्यों में विधानसभा चुनाव के परिणाम अगले सप्ताह मंगलवार को आने वाले हैं। इसके बाद ओडिशा का चुनाव है और उन्होंने वहां भी सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने और सरकार बनाने का दावा किया। प्रधान ने कहा कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर में हुए पंचायत चुनाव में जिस तरह से भाजपा ने जीत हासिल की है, वह आने वाले दिनों का संकेत है।