मध्यप्रदेश में एससी-एसटी एक्ट का विरोध तेज, हजारों लोगों ने किया पैदल मार्च
ग्वालियर में शनिवार को 10 हजार लोगों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए करीब एक किलोमीटर तक पैदल मार्च किया।
नईदुनिया, ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग में एससी-एसटी एक्ट में संशोधन का विरोध तेज हो गया है। ग्वालियर में शनिवार को 10 हजार लोगों ने सरकार विरोधी नारे लगाते हुए करीब एक किलोमीटर तक पैदल मार्च किया। इस दौरान प्रबुद्ध नागरिक मंच ने एससी-एसटी एक्ट को काला कानून बताते हुए एडीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा।
मार्च में महिलाएं भी शामिल हुई। मार्च के प्रारंभ होने से पहले ही मेडिकल संचालक योगेन्द्र नौनेरा ने अपने शरीर पर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह का प्रयास किया। माचिस जलाने से पहले ही लोगों ने उन्हें पकड़ लिया।गौरतलब है कि विगत चार सितंबर को शहर में आयोजित स्वाभिमान सम्मेलन को कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर के संबोधित करने के बाद से ग्वालियर जिले में एससी-एसटी एक्ट का विरोध लगातार जारी है।
सवर्णो के टारगेट पर राजनीतिक दलों के नेता हैं। उनका कहना है कि संसद में इस काले कानून के विरोध में नेता एक शब्द नहीं बोले। इन नेताओं के आवासों पर धिक्कार पत्र चिपकाकर कार्यकर्ता विरोध जता चुके हैं। छह सितंबर को भारत बंद के बाद विरोध दर्ज कराने के लिए सवर्ण व पिछड़ा वर्ग ने शनिवार को एक किलोमीटर तक पैदल मार्च किया।