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अगर गृह मंत्रालय कश्मीर मुद्दा सुलझा सकता है तो बेलगाम मुद्दा क्यों नहीं: संजय राउत

गृह मंत्रालय ने इतने समय से लंबित अनुच्छेद 370 को जम्मू कश्मीर से हटा दिया तो उन्हें इस मुद्दे (बेलगाम) पर भी अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

By Neel RajputEdited By: Published: Sun, 19 Jan 2020 10:21 AM (IST)Updated: Sun, 19 Jan 2020 11:11 AM (IST)
अगर गृह मंत्रालय कश्मीर मुद्दा सुलझा सकता है तो बेलगाम मुद्दा क्यों नहीं: संजय राउत
अगर गृह मंत्रालय कश्मीर मुद्दा सुलझा सकता है तो बेलगाम मुद्दा क्यों नहीं: संजय राउत

मुंबई, एएनआइ। शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि यदि गृह मंत्रालय कश्मीर मुद्दा सुलझा सकता है तो बेलगाम बोर्डर के मुद्दे को भी सुलझाया जा सकता है अगर अमित शाह चाहें तो। उन्होंने आगे कहा कि यह मुद्दा शक्तिशाली गृह मंत्रालय के अंतर्गत है जिसने इतने समय से लंबित अनुच्छेद 370 को जम्मू कश्मीर से हटा दिया, तो उन्हें इस मुद्दे (बेलगाम) पर भी अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

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इससे पहले संजय राउत ने बेलगाम जाने से कथित तौर पर रोक लगाने के लिए भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार की आलोचना की थी। उन्होंने पूछा कि यदि पाकिस्तानी और रोहिंग्या भारत आ सकते हैं तो हम बेलगाम क्यों नहीं जा सकते हैं? यह गलत है।

न्यूज एजेंसी एनआइ के मुताबिक उन्होंने कहा कि लाखों मराठी यहां रहते हैं और वो अपनी भाषा और संस्कृति का अनुसरण करेंगे। मैं कर्नाटक के मुख्यमंत्री से आग्रह करता हुं कि बॉर्डर विभाजन से भाषा विभाजन को अलग रखें। इसके अलावा मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री से भी यह अपील करता हुं कि दोनों मुख्यमंत्रियों को इस मुद्दे को सुलझाने के लिए तुरंत कोई हल निकालना चाहिए।

उन्होंने आगे कहा कि 50 साल से मराठी लोग बेलगाम (कर्नाटक) और उसके आस-पास के क्षेत्र के लिए लड़ रहे हैं। यह मामला सुप्रीम कोर्ट से पहले का है और यह 14 साल से विचाराधीन है। बेलगाम विभाजन को लेकर सुप्रीम कोर्ट महाराष्ट्र और कर्नाटक को लेकर जो भी फैसला सुनाएगा वो हमें मंजूर होगा।

इसके साथ ही उन्होंने कर्नाटक सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि वह मराठीयों को जेल में ड़ाल रही है और मराठी संस्कृति से जुड़ें उनके कामों पर प्रतिबंध लगा रही है। उन्होंने आगे कहा कि यहां एक लोकतंत्र है आपको लोगों से प्यार से बात करके मुद्दे को सुलझाना चाहिए।


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