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रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी से बातचीत की, आतिथ्य के लिए द‍िया धन्यवाद

20 दिसंबर को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टेलीफोन पर बातचीत की। रूसी राष्ट्रपति ने छह दिसंबर को नई दिल्ली की उच्च स्तरीय यात्रा के दौरान रूसी प्रतिनिधिमंडल को दिए गए आतिथ्य के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 20 Dec 2021 06:57 PM (IST)Updated: Mon, 20 Dec 2021 10:09 PM (IST)
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी से बातचीत की, आतिथ्य के लिए द‍िया धन्यवाद
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से टेलीफोन पर बातचीत की

नई दिल्ली, प्रेट्र। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने एशिया-प्रशांत क्षेत्र की स्थितियों समेत कई मुद्दों पर चर्चा की। रूस अक्सर हिंद-प्रशांत क्षेत्र को एशिया-प्रशांत के रूप में संदर्भित करता है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों नेताओं ने छह दिसंबर को पुतिन के भारत दौरे के वक्त हुए समझौतों के व्यावहारिक पहलुओं पर चर्चा की। रूसी अधिकारी ने कहा, 'राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने छह दिसंबर को नई दिल्ली में रूसी उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी के साथ स्वागत के लिए पीएम नरेन्द्र मोदी का आभार जताया।' उन्होंने कहा, 'दोनों नेताओं ने रूस व भारत की विशेष रणनीतिक साझेदारी समेत संबंधों के बहुआयामी विकास पर भी चर्चा की।'

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दोनों देशों के रिश्तों में द‍िखी पुराने दिनों की गर्माहट

ज्ञात हो क‍ि 6 दिसंबर को नई दिल्ली में पहले दोनों देशों के रक्षा और विदेश मंत्रियों की अलग-अलग बैठक हुई,। उसके बाद इन चारों की टू प्लस टू व्यवस्था के तहत पहली संयुक्त बैठक हुई। कुछ ही घंटे की यात्रा पर भारत आए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत-रूस शिखर बैठक की अगुआई की। इन बैठकों के दौरान दोनों देशों के रिश्तों में पुराने दिनों की गर्माहट दिखाई दी। इस दौरान द्विपक्षीय रक्षा संबंधों, अफगानिस्तान, आतंकवाद, एशिया प्रशांत और कोरोना महामारी की चुनौतियों से लेकर अंतरिक्ष व विज्ञान क्षेत्र में नए सहयोग के मुद्दे पर बातचीत हुई।

वैश्विक स्तर पर द‍िया एक मजबूत राजनीतिक संकेत

अमेरिका के साथ भारत की बढ़ती रणनीतिक साझेदारी और चीन के साथ रूस के लगातार मजबूत होते सामंजस्य के बीच मोदी और पुतिन ने इस शिखर बैठक के जरिये वैश्विक स्तर पर एक मजबूत राजनीतिक संकेत भी दिया है। संकेत है कि बदलते वैश्विक माहौल के मुताबिक भारत और रूस के रिश्तों को भी प्रासंगिक बनाया जाएगा। साथ ही दोनों देश विश्व में पुनर्संतुलन बनाने की हो रही कोशिशों में अहम भूमिका निभाएंगे।


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