Move to Jagran APP

रूस ने कश्मीर मुद्दे पर भारत का किया पूरा समर्थन, कहा- इसे यूएन में नहीं उठाना चाहिए

रूस मानता है कि कश्मीर मुद्दा भारत का अंदरुनी मामला है। यह भारत व पाक का अंदरुनी मामला है जिसे इन्हें शिमला समझौते व लाहौर घोषणापत्र के हिसाब से सुलझाना चाहिए।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 17 Jan 2020 07:51 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jan 2020 07:51 PM (IST)
रूस ने कश्मीर मुद्दे पर भारत का किया पूरा समर्थन, कहा- इसे यूएन में नहीं उठाना चाहिए
रूस ने कश्मीर मुद्दे पर भारत का किया पूरा समर्थन, कहा- इसे यूएन में नहीं उठाना चाहिए

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। दो दिन पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत व रूस के रिश्ते को इस सदी की सबसे अलग किस्म की दोस्ती करार दिया था और शुक्रवार को भारत में रूस के राजदूत रोमन बाबुशकिन ने ऐसा साबित किया। बाबुशकिन ने कश्मीर मुद्दे को जिस तरह से भारत सुलझाने की कोशिश कर रहा है उसका पूरा समर्थन किया बल्कि भारत की हर रक्षा जरुरत को भी पूरा करने की बात कही।

loksabha election banner

अमेरिका के विरोध के बावजूद भारत रूस से एंटी मिसाइल सिस्टम एस-400 खरीदने पर अड़ा हुआ है

अमेरिका के विरोध के बावजूद जिस तरह से भारत रूस से एंटी मिसाइल सिस्टम एस-400 खरीदने पर अड़ा हुआ है रूस सरकार उसका बेहद सम्मान करती है। रूस ने भारत के लिए इस सिस्टम को बनाना भी शुरु कर दिया है।

रूस ने 2025 में भारत को दिए जाने वाले एस-400 का निर्माण शुरु कर दिया

रूस के राजदूत ने बताया कि वर्ष 2025 में भारत को दिए जाने वाले एस-400 का निर्माण शुरु हो गया है। दोनों देशों के बीच हुए समझौते के मुताबिक इस तरह के पांच सिस्टम भारत को दिए जाएंगे जिसकी अनुमानित लागत 25 हजार करोड़ रुपये होगी। यह सिस्टम भारत को दुश्मन देशों के मिसाइल हमले से बचाने में मदद करेगा।

रूस के विदेश मंत्री लावरोव के साथ जयशंकर की द्विपक्षीय वार्ता हुई

दो दिन पहले ही रूस के विदेश मंत्री लावरोव के साथ विदेश मंत्री जयशंकर की द्विपक्षीय मुलाकात हुई है जिसमें इस बारे में बातचीत हुई है। विदेश मंत्री जयशंकर मार्च में रूस का दौरा करेंगे जहां भारत, रूस और चीन के त्रिपक्षीय गुट की भी बैठक होगी।

कश्मीर मुद्दे पर भारत की मंशा पर कोई शक नहीं- रूस

कश्मीर के मुद्दे पर भी रूस ने साफ कर दिया है कि वह भारत की मंशा पर कोई शक नहीं करता। जब रूस के राजदूत से यह पूछा गया कि क्या वह कश्मीर की यात्रा करना चाहेंगे तो उन्होंने कहा कि अगर दोस्त के तौर पर आमंत्रित किया जाता है तो निश्चित तौर पर हम जाएंगे।

कश्मीर नहीं जाने के बावजूद हम भारत की कश्मीर नीति का समर्थन करते हैं- रूस

रूस ने साफ कहा कि कश्मीर नहीं जाने के बावजूद हम भारत की कश्मीर नीति का समर्थन करते हैं। माना जा रहा है कि उन्होंने अमेरिका समेत कुछ अन्य देशों के राजदूतों के कश्मीर जाने पर टिप्पणी की है। बाबुशकिन ने कहा कि कश्मीर वो जाएं जिन्हें शक हो।

कश्मीर मुद्दा भारत का अंदरुनी मामला- रूस

रूस मानता है कि यह भारत का अंदरुनी मामला है। यह भारत व पाकिस्तान के बीच का अंदरुनी मामला है जिसे इन्हें शिमला समझौते व लाहौर घोषणापत्र के हिसाब से सुलझाना चाहिए। इसे कभी संयुक्त राष्ट्र में नहीं उठाया जाना चाहिए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.