Ayodhya Case: मुस्लिम संगठनों के साथ देशभर के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं संघ के पदाधिकारी
फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहे लोगों से संघ ने अपील की है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में जो भी फैसला सुनाए उसे खुले मन से स्वीकार करें।
नेमिष हेमंत, नई दिल्ली। अयोध्या में राममंदिर निर्माण को लेकर आंदोलन करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने अपने लक्ष्य को वृहद कर लिया है। वह पूरी शिद्दत के साथ देश में सौहार्द बनाए रखने के अभियान में जुटा है। पूरी कोशिश है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद देश में गंगा-यमुना तहजीब का ताना-बाना न बिगड़े। इसलिए संघ का मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ ही राजनीतिक दलों के नेताओं से मुलाकातों का क्रम जारी है। इसके लिए वरिष्ठ पदाधिकारी कांग्रेस समेत अन्य दलों के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं। मुख्यमंत्रियों और राज्यों में प्रभावी नेताओं से भी मिल रहे हैं।
फैसले को खुले मन से करें स्वीकार
फैसले का बेसब्री से इंतजार कर रहे लोगों से संघ ने अपील की है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले में जो भी फैसला सुनाए उसे खुले मन से स्वीकार करें। उसने स्वयंसेवकों को स्पष्ट संदेश दिया है कि फैसले के बाद न कोई जुलूस निकलना चाहिए न प्रदर्शन होना चाहिए। संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि इन मुलाकातों में राममंदिर पर आने वाले फैसले पर संयमित व्यवहार की अपील की जा रही है।
कई पार्टियों से मिल रहे संघ के पदाधिकारी
संघ पदाधिकारी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी जैसे दलों के नेताओं से मिल रहे हैं। हालांकि संघ परिवार पर हमलावर गांधी परिवार से मिलने से परहेज किया गया है, पर उनके नजदीकी नेताओं से मुलाकात का क्रम जारी है। इन मेल-मुलाकातों में संघ के अनुषांगिक संगठनों के लोग भी लगे हैं।
केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के आवास पर मंगलवार को एक अहम बैठक हुई, जिसमें संघ के सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, अखिल भारतीय सह संपर्क प्रमुख रामलाल, भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन के साथ साथ जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के महासचिव महमूद मदनी, शिया धर्म गुरु कल्बे जव्वाद, अजमेर शरीफ के अध्यक्ष मोईनुद्दीन चिश्ती समेत अन्य शामिल थे।
बनाई गई व्यापक रणनीति
समाज में सद्भाव बनाए रखने को लेकर ही छतरपुर में तीन दिनों तक संघ परिवार की चली शीर्ष बैठक में इसे लेकर व्यापक रणनीति तय की गई। इस बैठक में सर संघचालक मोहन भागवत, संघ व आनुषांगिक संगठनों के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी शामिल हुए थे। बैठक में समाज में प्रभावी हर वर्ग से मिलने का खाका तैयार किया गया है।