RGUKT के छात्रों को नहीं किया गया था बंद, तेलंगाना सरकार ने खारिज किया दावा
कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक केटीआर की यात्रा के दौरान राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ नॉलेज एंड टेक्नोलॉजी संस्थान के 800 छात्रों को कमरे में बंद कर दिया गया था और उन्हें उनसे मिलने की अनुमति भी नहीं दी थी।
हैदराबाद, आइएएनएस। आइआइटी बसारा के नाम से मशहूर राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ नॉलेज एंड टेक्नोलॉजी संस्थान का राज्य मंत्री केटी रामा ने सोमवार को दौरा किया था। दावा किया जा रहा है कि इस दौरान कुछ छात्रों को कमरे में बंद कर दिया गया था, ताकि वह मंत्री से न मिल सकें। हालांकि, इस दावे को तेलंगाना सरकार ने पूरी तरह से खारिज कर दिया है। इस दावे को एक अधिकारी ने झूठा बताते हुए कहा कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व छात्रों के साथ मंत्री की बातचीत के बारे में जानबूझ कर अफवाह फैला रहे हैं।
परिसर में जल्द ही सुधार करने का वादा
बता दें कि सोमवार को उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के.टी. रामा राव ने शिक्षा मंत्री पी. सबिता इंद्रा रेड्डी और दो अन्य मंत्रियों ए. इंद्रकरण रेड्डी और वी. श्रीनिवास गौड़ के साथ निर्मल जिले के बसारा में आरजीयूकेटी जिसे आईआईटी के नाम से भी जाना जाता है परिसर का दौरा किया था। हाल ही में संस्थान के छात्रों ने बुनियादी सुविधाओं में सुधार की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किए थे। राज्य मंत्री रामा राव ने छात्रों की समस्याओं के बारे में जानने के लिए बातचीत की थी और उनकी समस्याओं को हल करने का आश्वासन भी दिया था। इस बीच राज्य मंत्री ने संस्थान में छात्रों के साथ भोजन भी किया था और परिसर में जल्द ही सुधार करने का वादा भी किया था।
सरकार ने दावों को किया खारिज
इस बीच तेलंगाना सरकार के डिजिटल मीडिया निदेशक दिलीप कोनाथम ने ट्वीट कर इस बात को खारिज किया था कि राज्य मंत्री के संस्थान दौरे के दौरान कुछ छात्रों को बंद किया गया था, ताकि वह मंत्री से मिल न सके। उन्होंने कहा कि आरजीयूकेटी के छात्रों द्वारा दिखाए गए उत्साहजनक स्वागत और प्यार और स्नेह से कुछ लोग परेशान है और वह जानबूझकर गलत जानकारी फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
800 छात्रों को किया गया था बंद?
कुछ मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केटीआर की यात्रा के दौरान 800 छात्रों को कमरे में बंद कर दिया गया था और उन्हें उनसे मिलने की अनुमति भी नहीं दी थी। बता दें कि आरजीयूकेटी में लगभग 8 हजार छात्र पढ़ते है, जिनमें से सोमवार की बैठक परिसर में लगभग 1800 से 2000 छात्र शामिल हुए थे। राज्य मंत्री ने 2 हजार छात्रों के साथ बातचीत और दोपहर का खाना भी साथ में खाया था। छात्रों को मंत्री का भाषण सुनने का मौका मिले इसके लिए बगल के हाल में स्क्रीन की व्यवस्था भी की गई थी। दर्जनों से भी ज्यादा छात्रों ने मंत्री के साथ सेल्फी ली थी और इसमें वे छात्र भी शामिल है जो विरोध प्रदर्शन में शामिल थे। दिलीप कोनाथम ने कहा कि, किसी भी छात्र को उनसे मिलने के लिए नहीं रोका गया और न ही किसी को कमरे में बंद किया गया।