भारत-चीन मसले पर रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल एस.एल.नरसिम्हन बोले- रोजाना बातचीत जारी है
एस.एल.नरसिम्हन ने कहा कि पहले भी भारत और चीन में इस तरह के फेस ऑफ हो चुक हैं। ज्यादा तनावपूर्ण स्थिति नहीं है।
नई दिल्ली, एएनआइ। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल और फिलहाल राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बोर्ड और DG समकालीन चीन अध्ययन केंद्र के सदस्य एस.एल.नरसिम्हन ने कहा कि पहले भी भारत और चीन में इस तरह के फेस ऑफ हो चुक हैं। ज्यादा तनावपूर्ण स्थिति नहीं है। इसे बढ़ाचढ़ा कर बोलने की जगह इंडियन आर्मी को अपना काम जमीन पर प्रोफेशनल तरीके से करने दें।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि लोकल कमांडर्स, हायर लेवल मिलिट्री कमांडर्स और राजनयिकों के बीच में रोजाना बातचीत जारी है। हायर लेवल मिलिट्री कमांडर्स की मीटिंग दो बार हुई है 22 और 23 को। उम्मीद है कि आगे और भी मीटिंग्स होंगी। इन मीटिंग्स के जरिए ये मसला सुलझाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, 'भारत-चीन के बीच सहमति सीमा नहीं है। ये फेस-ऑफ़ तब होते हैं जब बॉर्डर पर गश्त होती है।' नरसिम्हन बोले कि अगर सीमा की दूसरी तरफ कुछ निर्माण होता है तो हमारी ओर से भी उसके मुकाबले में निर्माण होगा। चिंता की कोई बात नहीं है। कई लोग लिख रहे हैं कि काफी सैनिक आ गए हैं, लोगों को इसे हल्के में लेना चाहिए।
LAC पर पीएम मोदी की समीक्षा
सीमा पर लगातार तनाव बढ़ा रहे चीन का भारत ने डटकर मुकाबला करने की तैयारी की है। बिना किसी दबाव में आए चीन की हर पैंतरेबाजी को नाकाम बनाया जाएगा। सेना को सीमा पर चल रहे निर्माण कार्य को जारी रखने का निर्देश दिया गया है। भारत और चीन के वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर चीनी सैनिकों की बढ़ती गतिविधियों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश के शीर्ष सैन्य नेतृत्व के साथ पूरे हालात की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल, चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत व तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री की तरफ से बुलाई गई इस तरह की पहली बैठक से यह साफ हो गया है कि सैन्य बल के सहारे दबाब बनाने की चीन की रणनीति को नाकाम किया जाएगा। साथ ही इससे यह भी पता चलता है कि दोनों देशों के राजनीतिक नेतृत्व की तरफ से मौजूदा तनाव पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं किए जाने के बावजूद सीमा पर हालात बिगड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई समीक्षा बैठक में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ जनरल बिपिन रावत, सेना प्रमुख मनोज मुंकद नरवाने, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह शामिल हुए।
चिनफिंग युद्ध की तैयारियां तेज करवा रहे
बीजिंग, प्रेट्र : चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने देश की सेना को युद्ध की तैयारी तेज करने और देश की संप्रभुता की रक्षा करने की बात कही है। मौजूदा संसदीय सत्र के दौरान मंगलवार को सेना और सशस्त्र पुलिस के एक संयुक्त दल को संबोधित करते हुए चिनफिंग ने कहा कि आप कठिनतम स्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपनी तैयारी करें और जटिल स्थितियों का सामना करते हुए देश की रक्षा करें। भारत-चीन के बीच सीमा पर तनातनी के बीच चिनफिंग के इस संबोधन से तनाव और बढ़ने के आसार बन गए हैं।