भाजपा ने मनमोहन सिंह को दिलाई कांग्रेस सरकार की याद
मनमोहन पर पलटवार करते हुए रविशंकर ने कहा कि किसी भी मोर्चे पर मोदी सरकार और संप्रग सरकार की तुलना नहीं हो सकती है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। अक्सर अपनी चुप्पी के लिए जाने जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हाल के मुद्दों पर बोलने की सलाह दी तो भाजपा ने इतिहास की याद दिलाकर फिर से चुप कराने की कोशिश की। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने उन्हें याद दिलाया कि उन्नाव और कठुआ की घटनाओं को प्रधानमंत्री शर्मनाक भी करार दे चुके हैं और न्याय दिलाने के कर्तव्य में सबके साथ की बात भी कही है। जवाब तो खुद मनमोहन सिंह को देना चाहिए कि क्या वह राहुल गांधी की ओर से 'भगवा आतंकवाद' को लश्कर से भी बड़ा खतरा बताने के लिए माफी मागेंगे? भाजपा ने आरोप लगाया कि राहुल के उस कथन से आतंकियों को बल मिला था।
मनमोहन पर पलटवार करते हुए रविशंकर ने कहा कि किसी भी मोर्चे पर मोदी सरकार और संप्रग सरकार की तुलना नहीं हो सकती है। मोदी सरकार ईमानदारी से काम करने के लिए जानी जाती है जबकि मनमोहन सरकार भ्रष्टाचार के लिए बदनाम रही है। उन्होंने कहा - 'मनमोहन सिंह जी आपके विपरीत जब मोदी जी बोलते हैं तो केवल भारत में ही नहीं उसे विश्व मे सुना और सराहा जाता है।' उन्होंने स्वीडन के पीएम का बयान याद दिलाया जिसमें उन्होंने मोदी के नेतृत्व में भारत को एक बड़ी ताकत बताया है। रविशंकर ने कहा कि कांग्रेस बैंकिंग घपले को राजग सरकार पर थोप रही है जबकि सच्चाई यह है कि सभी एनपीए कांग्रेस सरकार की देन है। मोदी सरकार के काल में दिया गया एक भी लोन एनपीए नहीं है।
गौरतलब है कि मनमोहन ने एक साक्षात्कार में कहा था कि मोदी अक्सर उनकी इस बात के लिए आलोचना किया करते थे कि वे बोलते नहीं है। 'मुझे लगता है कि जो सलाह वे मुझे दिया करते थे उसका उन्हें खुद पालन करना चाहिए। 'उन्होंने आगे कहा था- 'मुझे खुशी है कि कठुआ और उन्नाव पर मोदी ने मुंह खोला लेकिन उन्हें यह बहुत पहले करना चाहिए था। उच्च पदों पर बैठे लोगों को समय पर बोलना चाहिए नहीं तो यह संदेश जाता है कि गलत काम करने वाले सख्त सजा से बच जाएंगे।'