रतनजोत घोटाला: छत्तीसगढ़ के पूर्व कृषि मंत्री के दो करीबी गिरफ्तार, 11 साल बाद कार्रवाई
छत्तीसगढ़ में रतनजोत की फर्जी खेती और उत्पादन दिखाकर एक करोड़ दस लाख रुपये के घोटाले के मामले में दो लोगों को अंबिकापुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
अंबिकापुर, जेएनएन। छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार के दौरान 'डीजल नहीं अब खाड़ी से-डीजल मिलेगा बाड़ी से' का नारा देकर करोड़ों का घपला किया गया। इसी तरह के एक मामले में रतनजोत की फर्जी खेती और उत्पादन दिखाकर एक करोड़ दस लाख रुपये के घोटाले के मामले में दो लोगों को अंबिकापुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दैनिक जागरण के सहयोगी अखबर नई दुनिया के अनुसार पुलिस गिरफ्त से तीसरा आरोपित बाहर है। कृषि विभाग के अधिकारी आर के कश्यप पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के ओएसडी गिरफ्तार आरोपियों लोगों में शामिल हैं। वह रायपुर में रहते हैं, जहां से उन्हें बीती रात सरगुजा पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही कृषि विभाग के सर्वेयर राणा प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार किए गए हैं। एक अन्य सर्वेयर राकेश रमण सिंह की पुलिस को तलाश है। पूरा प्रकरण 2009 का है।
नई दुनिया ने बताया कि पुलिस के अनुसार अंबिकापुर न्यायालय के निर्देश पर 2009 में यह मामला दर्ज हुआ था। न्यायालय में मामले के शिकायतकर्ता ने परिवाद दर्ज कर अपराध कायम करने की मांग की थी। प्रकरण में आरोप है कि रतनजोत का उत्पादन बटवाही गांव के समीप गांव में मनरेगा और फूड फार वर्क से दर्शाया गया था और यह उत्पादन पूरी तरह से फर्जी था। एक करोड़ दस लाख रुपये कागज में ही खर्च कर घपला किया गया।
सीआईडी और एसआईटी ने की थी जांच
इसे लेकर में एसडीओपी ऐश्वर्य चंद्राकर ने बताया कि इसकी जांच सीआईडी और जांच के लिए गठित एसआईटी द्वारा की गई थी। कुछ ही दिन पहले थाना लुंड्रा को इसके लिए तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई करने प्रकरण की डायरी भेजी गई थी। प्रथम दृष्टया पर्याप्त साक्ष्य (Prima facie evidence) होने से प्रकरण में अधिकारियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
राकेश रमण सिंह की तलाश में पुलिस
सरगुजा एसपी आशुतोष सिंह के अनुसार पुलिस की टीम एक अन्य अरोपित सर्वेयर राकेश रमण सिंह की तलाश में है। पुलिस ने उसके घर का घेराबंदी कर लिया है। साथ ही मुखबिर को भी अलर्ट किया गया है। पुलिस ने उसे भी जल्द पकड़े जाने का दावा किया है। बताया जा रहा है कि इस मामले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा ने विधानसभा में सवाल लगाया है। इसके बाद ही पुलिस ने आनन-फानन में कार्रवाई की है।