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आठवले की सिब्बल व आजाद को सलाह, सालों तक सत्ता में रहेगी NDA ,कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो जाएं

केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने की सलाह दी है।

By TaniskEdited By: Published: Wed, 02 Sep 2020 07:57 AM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2020 10:09 AM (IST)
आठवले की सिब्बल व आजाद को सलाह, सालों तक सत्ता में रहेगी NDA ,कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो जाएं
आठवले की सिब्बल व आजाद को सलाह, सालों तक सत्ता में रहेगी NDA ,कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हो जाएं

नई दिल्ली, एएनआइ। केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि एनडीए अभी सत्ता में लौटती रहेगी। चूंकि कांग्रेस के सीनियर नेताओं पर भाजपा के साथ मिलकर साजिश करने का आरोप लगा है। इसलिए उन्हें ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसा कदम उठाना चाहिए और भाजपा में शामिल हो जाना चाहिए।

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समाचार एजेंसी एएनआइ से बातचीत करते हुए आठवले ने कहा कि कांग्रेस प्रमुख के पद को लेकर विवाद है। राहुल गांधी ने सिब्बल, आजाद पर भाजपा की ओर से काम करने का आरोप लगाया है। इसलिए मैं सिब्बल और आजाद से कांग्रेस से इस्तीफा देने का अनुरोध करता हूं। उन्होंने कांग्रेस का विस्तार करते हुए कई साल बिताए हैं, लेकिन उन्हें अब पार्टी को छोड़कर भाजपा में शामिल होना चाहिए। यदि उनका अनादर किया जा रहा है तो उन्हें ठीक वैसे ही पार्टी छोड़ देनी चाहिए जैसे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने किया था। यहां तक ​​कि सचिन पायलट ने भी ऐसा ही किया, लेकिन वह समझौता कर लिए। कांग्रेस को स्थापित करने वालों दोष देकर राहुल गांधी गलत कर रहे है।

कांग्रेस का सफाया करेगी भाजपा- आठवले 

आठवले ने कहा कि भाजपा की अगुवाई में एनडीए कई सालों तक सत्ता में रहेगी। उन्होंने अगले आम चुनाव में 350 से अधिक सीटें जीतने की उम्मीद जताई। भाजपा लोगों की पार्टी है। सभी जाति, संप्रदाय और धर्म के लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं। यह आने वाले चुनावों में जीत हासिल करती रहेगी और कांग्रेस का सफाया करेगी। 

पत्र लिखने वाले नेताओं में शामिल थे सिब्बल और आजाद

बता दें कि कपिल सिब्बल और गुलाम नबी आजाद उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने नेतृत्व परिवर्तन को लेकर पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा। इस पत्र को लेकर कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में काफी विवाद हुआ। बैठक में राहुल गांधी ने चिट्ठी लिखने वाले नेताओं के खिलाफ तल्ख टिप्पणी की थी और भाजपा की साजिश का आरोप लगा दिया। उन्‍होंने आरोप लगाया कि यह पत्र भाजपा के साथ मिलीभगत में लिखा गया। 


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