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Rajsthan Political Crisis: गहलोत समर्थक विधायकों की मांग, पायलट व बागी विधायकों पर हो कार्रवाई

राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच कांग्रेस के विधायकों ने रविवार को कांग्रेस विधायक दल (CLP) की बैठक में सचिन पायलट समे अन्य बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

By TaniskEdited By: Published: Mon, 10 Aug 2020 01:01 PM (IST)Updated: Mon, 10 Aug 2020 01:01 PM (IST)
Rajsthan Political Crisis: गहलोत समर्थक विधायकों की मांग, पायलट व बागी विधायकों पर हो कार्रवाई
Rajsthan Political Crisis: गहलोत समर्थक विधायकों की मांग, पायलट व बागी विधायकों पर हो कार्रवाई

जैसलमेर, एएनआइ। राजस्थान में सियासी घमासान जारी है। सचिन पायलट गुट के बगावत के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार अपने खेमे के विधायकों को साथ जोड़े रखने की कवायद में लगे हुए हैं। यही कारण है कि वह लगातार इनके साथ संपर्क में बने हुए हैं और बैठक कर रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस के विधायकों ने रविवार को कांग्रेस विधायक दल (CLP) की बैठक में सचिन पायलट समे अन्य बागी विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। समाचार एजेंसी एएनआइ ने सूत्रों के हवाले से इसकी जानकारी दी है। सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा है कि वह पार्टी आलाकमान के सामने बागियों की वकालत नहीं करेंगे।

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को जैसलमेर के होटल सूर्यगढ़ में सीएलपी की बैठक की। उन्होंने इस दौरान विधायकों से सदन के पटल पर अपनी एकता दिखाने को कहा। हम सभी लोकतंत्र के योद्धा हैं। हम इस युद्ध को जीतने जा रहे हैं और साढ़े तीन साल बाद (विधानसभा) चुनाव भी जीतेंगे। आपने अब तक जो एकता दिखाई है, वही एकता आपको सदन में दिखानी होगी। 

अविनाश पांडे ने इस दौरान दोहराया कि कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं को अनुशासित रहना चाहिए और पार्टी हाईकमान के निर्देशों का पालन करना चाहिए। उन्होंने यह भी  कहा कि पार्टी का आजादी के पहले और बाद में संघर्ष का इतिहास रहा है। उन्होंने राज्य में वर्तमान राजनीतिक संकट में कांग्रेस का समर्थन करने वाले अन्य दलों के विधायकों को भी धन्यवाद दिया। राजस्थान विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से शुरू होने वाला है। गहलोत और पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के बीच मतभेद के बाद से राज्य में राजनीतिक संकट जारी। राजनीतिक संकट उभरने के बाद से ही मुख्यमंत्री गहलोत का समर्थन करने वाले विधायक होटल में रह रहे हैं।  

पायलट को उपमुख्यमंत्री और पार्टी के राज्य प्रमुख के पद से 14 जुलाई को हटा दिया गया था। राज्य में कांग्रेस विधायकों के कथित खरीद-फरोख्त के मामले में एसओजी ने बयान दर्ज कराने के लिए पायलट को कथित रूप से नोटिस भेजा था। इसके बाद ही उन्होंने बागी तेवर अपना लिया। इसके अलावा कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह गहलोत सरकार को गिराने के लिए हॉर्स ट्रेडिंग में लिप्त है। हालांकि, भाजपा ने आरोपों को खारिज कर दिया है।


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