सिर्फ असम के लिए नहीं, पूरे देश के लिए नागरिकता बिल: राजनाथ
राजनाथ सिंह ने कहा कि यह बिल अकेले असम या पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए नहीं है, बल्कि यह पूरे देश के लिए है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। नागरिकता संशोधन विधेयक पर विपक्ष की आशंकाओं को खारिज करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह बिल अकेले असम या पूर्वोत्तर के राज्यों के लिए नहीं है, बल्कि यह पूरे देश के लिए है। असम सहित पूर्वोत्तर के कई राज्यों में बिल को लेकर हुई हिंसा और विरोध प्रदर्शन की घटनाओं पर भी उन्होंने जवाब दिया और कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है। राज्यों के साथ वह लगातार संपर्क में है।
केंद्रीय गृहमंत्री बुधवार को राज्यसभा में नागरिकता विधेयक को लेकर विपक्षी सदस्यों के हंगामे पर बयान दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की ओर से बिल को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। खास बात यह है कि नागरिकता से जुड़ा यह विधेयक मंगलवार को लोकसभा से पारित हो चुका है। राज्यसभा में इसे बुधवार को पेश किया गया। लेकिन इस पर चर्चा शुरू होती, इससे पहले ही विपक्षी दलों के सदस्यों ने बिल को लेकर हंगामा शुरु कर दिया। इस दौरान विपक्ष की ओर से गृहमंत्री के बयान की भी मांग की गई। इसके बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार असम सहित पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के लोगों की पहचान, संस्कृति और क्षेत्र में शांति बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। वह क्षेत्र के विकास कायरें के लिए भी प्रतिबद्ध है। केंद्र सरकार पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है।
गृहमंत्री ने कहा कि वैसे तो पूर्वोत्तर में अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। लेकिन जरूरत हुई तो वे खुद पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक भी करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के चलते पूर्वोत्तर में सुरक्षा स्थिति में अप्रत्याशित सुधार हुआ है और विकास के कायरें में भी तेजी आई है। सरकार ने पूर्वोत्तर के लोगों की सालों से लंबित मांगों को पूरा किया है।