पाकिस्तान को ईंट का जवाब पत्थर से देने की तैयारी
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। उन्होंने बीएसएफ जवान नरेंद्र नाथ का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ हुआ है, अभी नहीं बताऊंगा।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। यह तय हो गया है कि कम के कम अगले कुछ महीने तक पाकिस्तान के साथ तनातनी सिर्फ बयानों में नहीं दिखेगी, बल्कि परोक्ष रूप से मैदानी जंग भी तेज होगी। शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जहां स्पष्ट कर दिया है कि दो तीन दिन पहले भारत ने अपने सुरक्षा बलों की मौत का बदला ले लिया है, वहीं यह कहकर सीमा पर उत्साह भी बढ़ा दिया है कि आने वाले वक्त में भी भारत पाकिस्तान को सबक सिखाएगा।
जाहिर तौर पर यह सर्जिकल स्ट्राइक जैसा ही संदेश है। माना जा रहा है कि इस बार बीएसएफ ने पाकिस्तान को सबक सिखाया है। यह अबतक अटकल का विषय है कि कहां और किस तरह।
यूं तो भारत ने दो साल पहले सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह चुप होकर पाकिस्तान प्रायोजित आतंक को नहीं झेलेगा। शुक्रवार को मुजफ्फरनगर में राजनाथ के बयान ने और साफ कर दिया है कि भारत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान को अलग थलग करेगा और ईंट का जवाब पत्थर से भी देगा।
उन्होंने कहा था- 'मैं बताउंगा नहीं,लेकिन दो तीन दिन पहले कुछ हुआ है,मेरा विश्वास कीजिए ठीक ठाक हुआ है.और आगे भी देखिएगा क्या होगा।'
सूत्र बताते हैं कि बीएसएफ ने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की है। ध्यान रहे कि शुक्रवार को ही बीएसएफ ने भी पुष्टि की थी कि जवानों का बदला लिया जा चुका है।
बीएसएफ ने कहा था कि 'जवाबी कार्रवाई की भय से पाकिस्तानी रेंजर्स अंतरराष्ट्रीय सीमा से से पांच किलोमीटर तक क्षेत्र खाली कर दिया था।' अब अटकल यह लगाया जा रहा है कि बीएसफ ने काफी अंदर तक जाकर अपने लक्ष्य को फतह किया है। यह और बात है कि सरकार और फौज में चुप्पी है, लेकिन बताते हैं कि इससे सीमा पर उत्साह भी है।
अभी कार्रवाई को शायद इसलिए गुप्त रखा जा रहा क्योंकि भारतीय फौज पाकिस्तान को बड़ी चोट पहुंचाना चाहता है। कुछ इस अंदाज में कि वह घुटनों पर दिखे। राजनाथ ने भी इसका संकेत दे दिया है।
ध्यान रहे कि कुछ ही दिन पहले तेहरान में भारत, चीन, रूस, अफगानिस्तान और इरान के एनएसए की भी बैठक हुई थी। इसे पाकिस्तान को और अलग थलग करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
संयुक्त राष्ट्र में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने विश्व के सामने स्पष्ट किया कि भारत हमेशा शांति का दूत रहा है, लेकिन पाकिस्तान बाज नहीं आ रहा। यह भी एक तरह से विश्व के लिए संदेश है कि अब भारत आत्मरक्षा के लिए कठोर कदम उठाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के संकेत दिए हैं। हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर कुछ नहीं कहा, लेकिन यह जरूर बोले कि पाकिस्तान के सबक सिखाने वाली कार्रवाई की है। दरअसल, गृहमंत्री ने बीएसएफ जवान नरेंद्र नाथ की बर्बर हत्या का जिक्र करते हुए कहा, 'हमारा बीएसएफ का एक जवान था, अभी उसके साथ पाकिस्तान ने जिस तरीके से बदसलूखी की है, शायद आपने देखा होगा। कुछ हुआ है, मैं बताऊंगा नहीं। आप हमारा भरोसा कर सकते हैं। दो-तीन दिन पहले ही बिल्कुल सही हुआ है और आगे भी देखिएगा, क्या होगा।' बता दें कि इससे पहले 29 सितंबर, 2016 को भी सेना ने पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी और 40 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया था।
नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा पाकिस्तान
मुजफ्फरनगर के शुक्रतीर्थ में शुक्रवार को राष्ट्रीय सैनिक संस्था के कार्यक्रम के दौरान राजनाथ सिंह ने यह बयान दिया। उन्होंने पाकिस्तान को निशाने पर लेते हुए कहा कि 'हमारा पड़ोसी अपनी नापाक गतिविधियों से बाज नहीं आ रहा। अक्सर सामने आता है कि वह हमारे बीएसएफ के जवानों के साथ कैसा व्यवहार करता है।'
आतंकियों से सख्ती से निपट रही सेना
उन्होंने कहा, 'सैनिकों को संदेश दे दिया गया है कि पहले गोली नहीं चलानी है लेकिन, उधर से गोली चले तो फिर अपनी गोलियां नहीं गिननी। सीमा पर सेना ने शौर्य दिखाया है। आतंकियों से सख्ती से निपट रही है। चार साल में देश की सैन्य ताकत और अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है।
शहीदों को किया याद
वह शुक्रवार को शुकतीर्थ में कारगिल स्मारक पर शहीद भगत सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे थे। सभा को संबोधित करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि सरदार भगत सिंह, अशफाक उल्ला, राजगुरु, सुखदेव और चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों की वजह से ही आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। महात्मा गांधी नहीं चाहते थे कि भगत सिंह को फांसी हो, लेकिन उस नौजवान ने आजादी की खातिर फांसी का फंदा चूमना पसंद किया।
नक्सलवाद केवल10-12 जिलों में सीमित
अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि पहले नक्सलवाद 135 जिलों में था, अब मात्र 10-12 जिलों में रह गया है। उग्रवाद का खात्मा हुआ है।
सर्जिकल स्ट्राइक से दिया जवाब
दो साल पहले पाक ने षड्यंत्र कर 17 जवानों की हत्या कर दी थी। सरकार ने योजना बनाकर करारा जवाब दिया। हमारे जांबाज कमांडो ने सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तानी चौकियों को तबाह कर दिया। बीते दिनों भारत-चीन सैनिकों के बीच सीमा पर धक्का-मुक्की हुई, लेकिन किसी भी तरफ से हथियार नहीं निकले। इसका मतलब है कि भारत किसी भी दशा में कमजोर नहीं है।
निशाने पर कांग्रेस
वहीं, कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए गृहमंत्री ने कहा, 'इंदिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया था, लेकिन भाजपा सरकार ने सामान्यीकरण कर दिया। जनधन योजना से गरीबों को फायदा हुआ है।'