Rajasthan Politics: पायलट व गहलोत के बीच कब शुरू हो जाए ड्रामा कहा नहीं जा सकता- मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि यह नहीं कहा जा सकता है कि सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच फिर से नाटक कब शुरू हो जाएगा।
नई दिल्ली, एएनआइ। राजस्थान में पिछले एक महीने से जारी सियासी ड्रामे का अंत होता नजर आ रहा है। इसी बीच बहुजन समाज पार्टी (BSP)की सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ऐसा लगता है कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार अब सुरक्षित है, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता है कि सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच फिर से नाटक कब शुरू हो जाएगा। बसपा कहना चाहती है कि इन दोनों के बीच लंबे समय तक आंतरिक संघर्ष के कारण राज्य में लोक कल्याण के कार्य प्रभावित हुए हैं।
मायावती ने अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा देश कोरोना वायरस (COVID-19)से जूझ रहा है। ऐसे समय में सरकार को अपने लोगों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। मुझे लगता है कि सरकार कोरोना का मुकाबला करने के प्रति गंभीर नहीं थी और लोक कल्याण के कार्य भी प्रभावित हुए हैं। मुझे लगता है कि संभावना है कि यह भविष्य में भी होगा। मैं राजस्थान के राज्यपाल से अपील करती हूं कि वे राज्य की स्थिति का संज्ञान लें और अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाएं।
सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी- गहलोत
वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को दोहराया कि उनकी सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और कांग्रेस पार्टी अगला चुनाव भी जीतेगी। शिकायतों के समाधान के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा एक तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है। हम नाराज विधायकों की शिकायतों को हल करने की कोशिश करेंगे। हम उनकी समस्याओं पर चर्चा करेंगे और उनका समाधान करेंगे। हमारी पार्टी में शांति और भाईचारा बना रहेगा।
गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधा
सीएम गहलोत ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने सरकार को गिराने की पूरी कोशिश की, लेकिन अब हमारी पार्टी के सभी विधायक एक साथ हैं, एक भी सदस्य ने हमें नहीं छोड़ा। यह राजस्थान के लोगों की जीत है। इनकम टैक्स और सीबीआई का दुरुपयोग हो रहा है और उनके द्वारा धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजस्थान इकाई की विधायक दल की बैठक स्थगित कर दी गई है और अब यह बैठक जन्माष्टमी के बाद आयोजित की जाएगी। पहले यह बैठक आज शाम चार बजे होने वाली थी।