VIDEO :राजस्थान में पुलिस की हिमाकत, बीच रास्ते में रोक MLA की गाड़ी की चाबी निकाली
कैसे किसी विधायक की गाड़ी से चाबी निकालकर एक पुलिस अधिकारी तानाशाही झाड़ सकता है?
जयपुर, एएनआइ। राजस्थान में राजनीति उथल-पुथल के बीच भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी) के एक विधायक ने हैरान कर देने वाला वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो को देखकर आपको हैरानी होगी कि पुलिस एक मौजूदा विधायक के साथ ऐसा गैरकानूनी बर्ताव कैसे कर सकती है? कैसे किसी विधायक की गाड़ी से चाबी निकालकर एक पुलिस अधिकारी तानाशाही झाड़ सकता है? ये सब हुआ और कैमरे में भी कैद हो गया। अशोक गहलोत सरकार पर ये आरोप वीडियो जारी कर चौरासी विधानसभा से विधायक राजकुमार रोत ने लगाया है।
दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच चल रहे विवाद के बीच राजकुमार रोत पिसते नजर आए। बीटीपी ने अपने दो विधायकों को व्हिप जारी कर निर्देश दिया है कि वह किसी के भी समर्थन में वोट न करें। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में विधायक राजकुमार रोत की गाड़ी राजस्थान पुलिस ने बीच रास्ते में रोक ली। इसके बाद एक पुलिस ऑफिसर ने जबरदस्ती गाड़ी की चाबी निकाल ली और अपने साथ ले गया। ऐसे में विधायक को बीच रास्ते बंद गाड़ी में बैठे रहने को मजबूर होना पड़ा।
जब राजकुमार रोत ने वहां मौजूद एक कॉन्स्टेबल से पूछा कि आखिर ऐसा क्यों किया जा रहा है, तो उसने कहा कि कोई सुरक्षा का मुद्दा है। मुद्दा चाहे कोई भी हो, लेकिन इस तरह किसी विधायक की गाड़ी से चाबी निकाल लेना क्या कानून तोड़ना नहीं है? आखिर पुलिस को इतनी हिम्मत कहां से मिली कि वो एक विधायक की गाड़ी से चाबी निकाल कर ले जाए?
#WATCH Rajkumar Roat, BTP (Bhartiya Tribal Party) MLA from Chorasi releases another video. The MLA, in an earlier video, had alleged that Police is not letting him move, have taken his car keys and it's a hostage like situation. #Rajasthan (Note: Abusive language) pic.twitter.com/wn22IeLAZe — ANI (@ANI) July 14, 2020
इससे पहले जारी एक वीडियो में विधायक ने बताया, 'इस समय राजस्थान में जो स्थिति पैदा हो चुकी है, अभी ये हाल है कि हमें एक तरह से कैद कर रखा है। पुलिस प्रशासन की तीन से चार गाड़ियां हमारे साथ लगीं है। आज मैं क्षेत्र के लिए निकला, लेकिन वो लोग निकलने नहीं दे रहे हैं। चारों तरफ गाड़ियां लगा दी हैं और मेरी गाड़ी की चाबी भी ले ली गई है।'
गौरतलब है कि बीटीपी ने एक पत्र लिखकर अपने विधायकों को सूचित किया है कि फ्लोर टेस्ट की स्थिति में वे न भाजपा को वोट दें और न ही कांग्रेस पार्टी को। पत्र में दोनों विधायकों को सचिन पायलट के समर्थन में भी मतदान करने से मना किया गया है। इन दोनों विधायकों ने पहले राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली सरकार का समर्थन किया था। हालांकि, सूबे के बदले सियासी समीकरण को देखते हुए भारतीय ट्राइबल पार्टी ने अपनी रणनीति बदल दी है।