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भविष्य में मंत्री बनने के लिए आवश्यक योग्यता के बारे में बताएं, नाराज विधायक का अशोक गहलोत से सवाल

राजस्थान में अशोक गहलोत के मंत्रिमंडल में रविवार को फेरबदल हुआ। इस बीच खेरवाड़ा से कांग्रेस विधायक दयाराम परमार ने मंत्री न बनाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मंत्री बनने के लिए कुछ विशेष योग्यताओं की आवश्यकता होती है।

By TaniskEdited By: Published: Mon, 22 Nov 2021 01:24 AM (IST)Updated: Mon, 22 Nov 2021 01:24 AM (IST)
भविष्य में मंत्री बनने के लिए आवश्यक योग्यता के बारे में बताएं, नाराज विधायक का अशोक गहलोत से सवाल
खेरवाड़ा से कांग्रेस विधायक दयाराम परमार । (फोटो- एएनआइ)

उदयपुर,एएनआइ। राजस्थान में अशोक गहलोत के मंत्रिमंडल में रविवार को फेरबदल हुआ। इस बीच खेरवाड़ा से कांग्रेस विधायक दयाराम परमार ने मंत्री न बनाए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि मंत्री बनने के लिए कुछ विशेष योग्यताओं की आवश्यकता होती है। मुख्यमंत्री गहलोत को लिखे पत्र में उन्होंने कहा, 'ऐसा लगता है कि मंत्री बनने के लिए कुछ विशेष योग्यताओं की आवश्यकता होती है। कृपया मुझे बताएं कि वे योग्यताएं क्या हैं ताकि भविष्य में मंत्री बनने के लिए मैं उन्हें हासिल कर सकूं।' कई अन्य नेताओं ने मंत्रिमंडल में जगह न मिलने पर नाखुशी जाहिर की है।

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रामगढ़ से कांग्रेस विधायक शफिया जुबैर ने मंत्रिमंडल में जगह न मिलने पर कहा कि खराब छवि वाले लोगों को पदोन्नत किया गया है। जुबैर ने कहा कि कैबिनेट का ढांचा और बेहतर हो सकता था। उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए, 'कैबिनेट की संरचना बेहतर हो सकती थी। खराब छवि वाले लोगों को पदोन्नत किया गया है। कुल मिलाकर, कैबिनेट एक अच्छा संदेश नहीं भेज रहा है। महिला विधायकों को कैबिनेट में 33 प्रतिशत आरक्षण नहीं मिला।'

वरिष्ठ कांग्रेस नेता जौहरी लाल मीणा ने नवनियुक्त मंत्री टीकाराम जूली पर 'भ्रष्ट' होने का आरोप लगाया और उन्हें कैबिनेट से हटाने की मांग की। वहीं जूली ने आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया और सबूत की मांग की। राजस्थान में बहुप्रतीक्षित कैबिनेट फेरबदल में रविवार दोपहर को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मंत्रिमंडल में 15 मंत्रियों (कैबिनेट रैंक के 11 और चार राज्य मंत्रियों) को शामिल किया गया। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने मंत्रियों को पद की शपथ दिलाई। 

मंत्री नहीं बन सके विधायकों को सीएम ने सलाहकार बनाया

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिमंडल फेरबदल में स्थान नहीं पा सके आधा दर्जन विधायकों को अपना सलाहकार नियुक्त किया है। इनमें तीन निर्दलीय विधायक हैं, जो गहलोत के विश्वस्त माने जाते हैं। सीएम का सलाहकार बनने वालों में कांग्रेस विधायक जितेंद्र सिंह, राजकुमार शर्मा, दानिश अबरार, रामकेश मीणा, बाबूलाल नागर और संयम लोढ़ा शामिल हैं। इनमें मीणा, नागर और लोढ़ा निर्दलीय विधायक हैं। बताते हैं कि गहलोत नागर और लोढ़ा को मंत्रिमंडल में लेना चाहते थे, लेकिन सचिन पायलट इससे सहमत नहीं थे। पहली बार विधायक बनने वालों को अगले एक-दो दिन में संसदीय सचिव बनाकर राज्यमंत्री का दर्जा दिया जाएगा।


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