राज ठाकरे ने कसा तंजः गले मिलकर एक-दूसरे की पीठ पर वार कर रहीं भाजपा-शिवसेना
राज ठाकरे ट्विटर पर एक कार्टून पोस्टर के जरिए भाजपा और शिवसेना पर व्यंग्य कसा है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। सत्ता के सुख के लिए 'सूखते जा रहे' महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने शुक्रवार को ट्विटर पर कार्टून के जरिए भाजपा और शिवसेना पर व्यंग्य कसा। उन्होंने कार्टून में 'मन की बात' हैशटैग का उपयोग किया और ये संदेश देने की कोशिश की कि दोनों ही पार्टियों के मन में खोट है। हालांकि, राज ठाकरे के 'मन की बात' जनता अच्छे से पढ़ रही है और उनके लाख ध्रुवीकरण और उत्तर-दक्षिण भारतीय के नाम पर मारकाट के बावजूद उन्हें सत्ता से दूर रखे हुए है। ऐसे में राजनैतिक जीवन में 'जीरो' की ओर बढ़ रहे राज ठाकरे इस वक्त ऐसा कार्टून क्यों शेयर कर रहे हैं।
उपचुनाव के बाद शिवसेना और भाजपा के बीच उभरी तल्खियों ने ख़बरों का बाजार खूब गर्म किया। इसी बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के बीच मुलाकात हुई। दोनों के बीच क्या बात हुई ये अभी तक सार्वजनिक नहीं है, लेकिन दोनों पार्टियों के बीच जितनी गरमी का माहौल था उतनी ही गर्मजोशी से पार्टियों के अध्यक्ष मिले।
इसी गर्मजोशी के मिलन पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने कटाक्ष करते हुए ट्विटर पर एक कार्टून पोस्ट किया है। जिस पर विवाद होता दिख रहा है। विवाद इसीलिए क्योंकि दोनों ही नेताओं को एक दूसरे के गले मिलते मगर पीठ में छुरा घोंपते दिखाया गया है।
शाह और उद्धव की मुलाकात
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी ने 'संपर्क फॉर समर्थन' अभियान चला रखा है। इसके तहत भाजपा के सभी नेता और मंत्री प्रबुद्ध हस्तियों से मिलकर उन्हें मोदी सरकार की चार साल की उपलब्धियों से अवगत करा रहे हैं। साथ ही आगामी लोकसभा चुनावों के लिए समर्थन भी मांग रहे हैं। इसी कड़ी में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए के सहयोगी दल शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। इस दौरान उद्धव ठाकरे का बेटा आदित्य ठाकरे और महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फड़णवीस भी मौजूद रहे।
कार्टून के मायने
शिवसेना, भारतीय जनता पार्टी का सहयोगी दल है। दोनों की सरकार में हिस्सेदारी है। लेकिन शिवसेना समय-समय पर पीएम नरेंद्र मोदी के फैसलों की आलोचना करती रहती है। जिससे ये लगता है कि उसका भाजपा से मोहभंग हो रहा है। उपचुनाव के बाद शिवसेना ने सीधे-सीधे भाजपा पर आरोप लगाए।
#UddhavThackeray #AmitShah #mankibaat pic.twitter.com/hXdfHf8UJZ — Raj Thackeray (@RajThackeray) June 8, 2018
मुखपत्र 'सामना' में छपे लेख के जरिए शिवसेना ने आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने के भी संकेत दिए। ऐसे में लगता है कि दोनों पार्टियों के बीच कुछ तो गड़बड़ चल रही है। हालांकि, लाख तल्खियों के बावजूद शिवसेना और भाजपा साथ मिलकर सत्ता में भागीदार हैं। यह ठीक वैसा ही है जैसा कि इन दिनों बिहार में भी देखने को मिल रहा है, वहां भी नीतिश कुमार भाजपा के समर्थन से सरकार चला रहे हैं लेकिन पिछले ही दिनों पीएम मोदी के कुछ फैसलों पर नाराजगी जता चुके हैं।