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केरल: बाढ़ के कहर के बाद अब महामारी का खतरा, केंद्र सरकार अलर्ट

केरल में तकरीबन 6.33 लाख लोगों को राज्य के तीन हजार राहत शिविरों में रखा गया है। इन शिविरों में महामारी फैलने के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने चिकित्सा शिविर भी स्थापित किए हैं।

By Arti YadavEdited By: Published: Mon, 20 Aug 2018 08:33 AM (IST)Updated: Mon, 20 Aug 2018 11:05 AM (IST)
केरल: बाढ़ के कहर के बाद अब महामारी का खतरा, केंद्र सरकार अलर्ट
केरल: बाढ़ के कहर के बाद अब महामारी का खतरा, केंद्र सरकार अलर्ट

नई दिल्ली (प्रेट्र/आइएएनएस)। सदी की सबसे भीषण बाढ़ और मूसलाधार बारिश से बेहाल केरल में तकरीबन 6.33 लाख लोगों को राज्य के तीन हजार राहत शिविरों में रखा गया है। इन शिविरों में महामारी फैलने के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने यहां 3,757 चिकित्सा शिविर भी स्थापित किए हैं।

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अगले पांच दिनों में केरल में तेज बारिश नहीं होगी। इससे बाढ़ के हालात सुधरने की उम्मीद है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय ने बताया है कि अब तक किसी महामारी के फैलने की खबर नहीं है। हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने दावा किया है कि एक बार नदियों का जलस्तर घटना शुरू होगा तो महामारियों का सिलसिला शुरू हो जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से प्रतिदिन ऐसी महामारी होने की शुरुआती जांच करने को कहा गया है। केंद्र ने 90 प्रकार की दवाइयों की पहली खेप भी केरल भेज दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने बताया कि उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा से भी बात की है और वह लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं।

राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिकरण (एनडीएमए) के अनुसार, केंद्र सरकार ने बाढ़ में मारे गए लोगों के परिवार को दो लाख रुपये की सहायता और घायलों को 50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है। यह मुआवजा राशि प्रधानमंत्री राहत कोष से दी जाएगी। एनडीएमए के मुताबिक, केरल के 2,971 राहत शिविरों में फिलहाल 6,33,010 लोग शरण लिए हुए हैं। विभिन्न एजेंसियों ने अब तक 38 हजार लोगों को बाढ़ से बचाया है। अब तक 129 मीट्रिक टन चावल, 30 मीट्रिक टन मिल्क पाउडर केरल के लिए रवाना कर दिया गया है। तमिलनाडु मेडिकल सर्विसेज कॉरपोरेशन ने प्रभावित इलाकों में आवश्यक दवाइयां भेज दी हैं। सिविल सोसाइटी और गैर सरकारी संगठनों में भी 150 ट्रकों में राहत सामग्री भेजी है। पंजाब से 100 टन खाद्य सामग्री भेजी गई है।

जलप्रलय ने लील ली 357 जिंदगियां

केरल में प्रकृति ने सदी की सबसे बड़ी तबाही मचाई है। जल प्रलय अबतक 357 जिंदगियों को लील चुका है, जबकि सात लाख से अधिक लोग बेघर हो चुके हैं। बारिश और बाढ़ की मार झेल रहे केरल के 3.53 लाख पीड़ित लोग 3026 राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। 40,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलें बर्बाद हो गई हैं। 1,000 से ज्यादा घर पूरी तरह से नष्ट हो गए जबकि 26,000 घरों को नुकसान पहुंचा है। कुल मिलाकर केरल बाढ़ में अब तक 21,000 करोड़ का नुकसान हो चुका है।

सभी जिलों से हटाया गया ऑरेंज अलर्ट

इस बीच केरल के सभी जिलों को ऑरेंज अलर्ट हटा लिया गया है। जबकि इडुक्की, कोजीकोड, कन्नूर में येलो अलर्ट जारी है। मौसम विभाग के अनुसार, केरल में इस मानसून में सामान्य से 42 फीसद ज्यादा बारिश हुई है। वहीं सर्वाधिक प्रभावित जिले इडुक्की में सामान्य से 92 फीसद ज्यादा और पलक्कड में समान्य से 72 फीसद ज्यादा बारिश हुई है।


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