निर्माण क्षेत्र के साझीदारों से रूबरू होंगे रेल मंत्री, इसके पीछे है ये खास मकसद
पीयूष गोयल निर्माण क्षेत्र के अपने साझीदारों से बुधवार को मुलाकात करेंगे। मंत्रालय की तरफ से एक कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। रेल मंत्री पीयूष गोयल निर्माण क्षेत्र के अपने साझीदारों से बुधवार को रूबरू होंगे। मंत्रालय की तरफ से एक कॉन्क्लेव का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें रेलवे की बढ़ती जरूरतों को देखते हुए ढांचे के विस्तार पर विचार होगा।
मंत्रालय का कहना है कि यह पहली बार होने जा रहा है जब रेल मंत्री सीधे कंपनियों से संवाद स्थापित करेंगे और यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि रेलवे के साथ काम के दौरान उन्हें कोई समस्या तो नहीं हो रही है। इस दौरान उन बाधाओं पर भी चर्चा होगी, जो काम के दौरान अक्सर देखी जाती हैं। चार सौ निर्माण कंपनियों के अधिकारियों के साथ रेलवे के अधिकारी भी बैठक में हिस्सा लेंगे।
चार कॉरिडोरों के निर्माण को बजट में मिल सकती है स्वीकृति
स्वर्ण चतुर्भुज योजना के तहत चार कॉरिडोरों के निर्माण को बजट में स्वीकृति मिल सकती है। इसमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता व चेन्नई को आपस में जोड़ा जाना है। दिल्ली-मुंबई व दिल्ली-हावड़ा के बीच बनने वाले दो कॉरिडोर पिछले बजट में स्वीकृत किए गए थे। इनका बजट क्रमश: 11,189 व 68875 करोड़ रुपये रखा गया था। दिल्ली-चेन्नई, चेन्नई-हावड़ा, चेन्नई-मुंबई व हावड़ा-मुंबई को भी तेजगति की क्षमता वाले कॉरिडोरों से जोड़ने के लिए बजट में पैसे का प्रावधान किया जाना है। इनके बनने के बाद इन रूटों पर ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेगी। स्वर्ण चतुर्भुज योजना को 15 अगस्त 2022 तक पूरा किया जाना है। इसके बनने के बाद इन चारों शहरों के बीच यात्रा समय पचास फीसद तक घट जाएगा।