राहुल ने साधा मोदी सरकार पर निशाना, कहा- सीएए व एनआरसी के खिलाफ सत्याग्रह अचूक हथियार
राहुल ने कहा कि देश के तानाशाह ध्रुवीकरण के लिए सीएए और एनआरसी ले आए हैं। शांतिपूर्ण व अहिंसक सत्याग्रह इन गंदे असलहों के खिलाफ अचूक हथियार है।
नई दिल्ली, एएनआइ। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ आंदोलन के लिए शांतिपूर्ण व अहिंसक सत्याग्रह को अचूक हथियार बताया है।
देश के तानाशाह ध्रुवीकरण के लिए सीएए और एनआरसी लाए हैं
राहुल ने ट्वीट किया, 'भारत के तानाशाह ध्रुवीकरण के लिए सीएए और एनआरसी ले आए हैं। शांतिपूर्ण व अहिंसक सत्याग्रह इन गंदे असलहों के खिलाफ अचूक हथियार है। मैं सीएए और एनआरसी के खिलाफ शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन करने वाले लोगों के साथ हूं।'
मेक इन इंडिया की बनाम रेप इन इंडिया
उन्होंने कहा, 'नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया की बात कही थी, लेकिन इन दिनों रेप इन इंडिया दिखाई देता है। उत्तर प्रदेश में भाजपा विधायक ने एक युवती से दुष्कर्म किया। इसके बाद उसकी दुर्घटना हो गई, लेकिन नरेंद्र मोदी ने एक भी शब्द नहीं कहा।'
प्रियंका का जामिया के छात्रों के समर्थन में इंडिया गेट पर धरना
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पार्टी नेताओं के साथ जामिया के छात्रों के समर्थन में इंडिया गेट पर धरने दिया। वह शाम चार बजे से छह बजे तक धरने पर बैठी रहीं। धरना देने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहेंगे।
प्रधानमंत्री को देश की अर्थव्यवस्था पर बोलना चाहिए- प्रियंका
केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा प्रधानमंत्री को इस बात पर जवाब देना चाहिए कि रविवार को विश्वविद्यालय में क्या हुआ, किसकी सरकार ने छात्रों के साथ मारपीट की?। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को देश की अर्थव्यवस्था पर बोलना चाहिए।
कांग्रेस के धरना प्रदर्शन में जगदीश टाइटलर भी पहुंचे
इंडिया गेट पर चल रहे कांग्रेस नेताओं के धरना प्रदर्शन में सिख दंगों के आरोपित जगदीश टाइटलर भी पहुंचे । जगदीश टाइटलर के पहुंचते ही मीडिया के कैमरे उनकी तरफ घूम गए। बता दें कि प्रियंका गांधी के साथ अहमद पटेल, गुलाम नबी आजाद, पीएल पुनिया, एके एंटनी समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता धरने पर बैठे रहे।
उपद्रवियों पर पुलिस ने किया बल प्रयोग
बता दें कि रविवार को प्रदर्शन कर रहे उपद्रवियों को मथुरा रोड पर हुए बवाल के बाद पुलिस ने बल प्रयोग कर खदेड़ दिया। हिंसक उपद्रव के बाद छात्रों को हिरासत में लेने से खफा हजारों छात्र-छात्राएं रात नौ बजे आइटीओ स्थित पुराने दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर भी पहुंच गए। यहां उन्होंने दिल्ली पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन में जामिया विश्वविद्यालय के अलावा जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय व एनएसयूआइ के छात्र-छात्रओं के आलावा कुछ राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता भी थे।