राहुल गांधी के सरनेम को लेकर भाजपा का हमला, केंद्रीय मंत्री ने बताया 'फर्जी गांधी'
राहुल गांधी के बयान मैं राहुल सावरकर नहीं हूं पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि आपके (राहुल) के लिए सावरकर बनना नामुमकिन है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली में आयोजित रैली में कहा था कि मैं राहुल सावरकर नहीं हूं, राहुल गांधी हूं। इस पर भाजपा नेताओं ने राहुल गांधी के सरनेम को लेकर जमकर हमला बोला। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि राहुल और उनका परिवार फर्जी गांधी हैं।
जोशी ने कहा कि कांग्रेस और अन्य तथाकथित सेक्युलर पार्टियां नागरिक संशोधन एक्ट 2019 के नाम पर देश में हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा बनाना चाहती हैं। देश में अशांति पैदा करने के लिए आमदा हैं। राहुल गांधी के बयान 'मैं राहुल सावरकर नहीं हूं' पर जोशी ने कहा कि आपके (राहुल) के लिए सावरकर बनना नामुमकिन है। वहीं हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी तो वीर सावरकर के बाल के बराबर भी नहीं हैं। उनके खानदान को तो सावरकर का नाम लेने तक की इजाजत नहीं है, वे अपने नाम के साथ सावरकर कैसे जोड़ सकते हैं।
राहुल का सरनेम चुराया हुआ हैः विज
विज ने कहा कि राहुल गांधी का खुद का सरनेम चुराया हुआ है। उनके दादा का नाम फिरोज जहांगीर गैंडी था। उस हिसाब से राहुल का नाम राहुल गैंडी होना चाहिए। उन्होंने कहा कि सावरकर ऐसे स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने अपनी जिंदगी का अहम हिस्सा सबसे खतरनाक जेल में बिताया। मैंने तो अंडमान-निकोबार में जाकर उस जेल को नतमस्तक किया था। जहां सावरकर इतने दिन रहे थे। वीर सावरकर के बारे में ऐसी बात करना गलत है। ऐसी भाषा का इस्तेमाल करने वाले को हिंदुस्तान में रहने का भी हक नहीं है।
कई जन्म लेने पर भी राहुल नहीं बन सकते सावरकर : संघ
सावरकर का नाम लेकर तंज कसने के मामले में भाजपा के बाद अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने राहुल गांधी पर निशाना साधा है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार संघ के नेता इंद्रेश कुमार ने रविवार को कहा कि कई जन्म लेने के बाद भी राहुल गांधी सावरकर नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि ब्रिटिश शासक सावरकर से डरते थे। इसी वजह से उनको दो बार आजीवन कारावास की सजा दी गई थी। राहुल सावरकर के व्यक्तित्व के नजदीक तक नहीं पहुंच सकते। भले ही उन्होंने अनादर या अपमान करने के लिए ही कहा है, लेकिन उनका कहना सही है कि वे सावरकर नहीं हैं। कुमार ने आगे कहा कि राहुल के साथ गांधी उपनाम का जुड़ना गांधी शब्द का अपमान है। उन्हें गांधी उपनाम रखकर महात्मा गांधी का अनादर नहीं करना चाहिए। वे कभी गांधी या सावरकर नहीं हो सकते।
सावरकर के पोते ने की अपराधिक मामला चलाने की मांग
इस बीच सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने सरकार से राहुल गांधी के खिलाफ आपराधिक मामला चलाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह देश को तोड़ने का प्रयास करने जैसा है। यदि हम देश के प्रतीकों का आदर नहीं करेंगे, तो युवा पीढ़ी के पास कोई आदर्श नहीं रहेगा। जिस देश के पास कोई आदर्श नहीं रहता, उसका कोई भविष्य नहीं होता है। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राहुल गांधी इस तरह का बयान दे रहे हैं। हालांकि, यह उनके परिवार की परंपरा है। नेहरू ने भी शिवाजी महाराज को लुटेरा कहा था। इससे पूरे महाराष्ट्र में नाराजगी फैल गई। इसके बाद नेहरू को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी पड़ी थी। राहुल अपने पूर्वजों की गलतियां दोहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे राहुल की टिप्पणी के खिलाफ हाई कोर्ट जाएंगे।
सावरकर समर्थकों ने की राहुल को जेल भेजने की मांग
रंजीत ने कहा कि कांग्रेस शिवसेना को अपमानित करने के लिए सावरकर का अनादर कर रही है। उन्होंने शिवसेना से कांग्रेस नेताओं को महाराष्ट्र सरकार से बर्खास्त करने की मांग भी की। सावरकर के समर्थकों ने सरकार से राहुल के राष्ट्रविरोधी बयान के लिए उनको जेल भेजने की मांग की है। एक समर्थक ने कहा कि हम वीर सावरकर के लिए भारत रत्न की मांग कर रहे हैं। राहुल को इटली जाकर बस जाना चाहिए। इस समर्थक ने बताया कि राहुल जब बच्चे थे, तब अपने पिता राजीव गांधी के साथ अंडमान और निकोबार गए थे। उस समय राजीव गांधी ने वीर सावरकर को श्रद्धांजलि दी थी। इंदिरा गांधी ने भी उन पर डाक टिकट जारी किया था।
नागरिकता कानून का विरोध कर रही सरकारें करेंगी अंबेडकर का अनादर
आरएसएस के नेता इंद्रेश कुमार ने नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने के लिए कांग्रेस और अन्य दलों की आलोचना की है। समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार इंद्रेश कुमार ने कहा कि जिन राज्य सरकारों ने अपने राज्यों में कानून को लागू नहीं करने की धमकी दी है, वे अंबेडकर का अनादर करने का जोखिम उठाएंगी। कांग्रेस इस कानून का विरोध करके मुस्लिम विरोधी होने का संदेश दे रही है। उन्होंने विपक्षी दलों पर देश की छवि खराब करने का भी आरोप लगाया।