राहुल गांधी की PM से अपील, 'सरकार मजदूरों के लिए पैकेज नहीं, उनके खाते में सीधा पैसा ट्रांसफर करे'
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को बुद्धिमानी के साथ लॉकडाउन को हटाना पड़ेगा ताकि कोरोना वायरस से हमारे लोगों की जान ना जाए।
नई दिल्ली, एजेंसी। कोरोना वायरस के संकट के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने क्षेत्रीय मीडिया के संवाददाताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से न्याय योजना को लागू करने की मांग की। राहुल गांधी ने कहा कि सरकार मजदूरों को पैकेज नहीं उनके खाते में सीधा पैसा ट्रांसफर करे।
क्षेत्रीय मीडिया के पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि वह समाज के गरीब और कमजोर वर्गों के खातों में पैसा डालकर मांग पैदा करने के लिए सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने जोर देकर कहा कि अगर मांग उत्पन्न नहीं हुई तो देश को आर्थिक रूप से कोरोनवायरस से बड़ा नुकसान होगा।
राहुल गांधी ने कहा कि पूरा देश इस समय एक मुश्किल दौर से गुजर रहा है। लोगों को आज पैसे की जरूरत है। ऐसे में सरकार को साहूकार के जैसे काम नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को लगता है कि अगर हमारा राजकोषीय घाटा बढ़ जाएगा तो विदेश की जो एजेंसियां हैं, वे हमारी रेटिंग कम कर देंगी। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि हिन्दुस्तान की जो रेटिंग है वो हिन्दुस्तान के लोगों से है। इसलिए सरकार को विदेश के बारे में सोचकर काम नहीं करना चाहिए।
I have heard that the reason behind not giving money is ratings. It is being said that if we increase our deficit today, the foreign agencies will downgrade our ratings: Rahul Gandhi, Congress https://t.co/BvKhzUf83O" rel="nofollow— ANI (@ANI) May 16, 2020
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि आज हमारे गरीब लोगों को पैसे की जरूरत है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि वह इस पैकेज पर पुनर्विचार करें। वो मजदूरों के खाते में सीधे पैसा ट्रांसफर करने पर विचार करें। क्योंकि ये लोग हमारा भविष्य हैं। सरकार प्रवासी मजदूरों को ज्लद से जल्द अपने घरों तक पहुंचाए।
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को धीरे-धीरे सावधानी और समझदारी के साथ लॉकडाउन को हटाना पड़ेगा। सरकार को यह देखना होगा कि कोरोना वायरस की वजह से लोगों की जान न जाए। उन्होंने कहा कि आप यह मत सोचिए की तूफान आ गया है, यह आ रहा है और बड़े आर्थिक नुकसान का कारण बनेगा और इससे कई लोगों को नुकसान झेलना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि ये समय किसी को गलत बताने का नहीं है, बल्कि इस बहुत बड़ी समस्या के समाधान का समय है। प्रवासी मजदूरों की समस्या बहुत बड़ी है। हम सबको इनकी मदद करनी है। विपक्ष का भी काम है कि वो मिलकर काम करे। राज्यों के बीच सामंजस्य में कमी रह सकती है, उसका समाधान करना होगा। कुल मिलाकर हमें आगे बढ़कर जो समस्या आने वाली है, उसका समाधान करना चाहिए।