हरियाणा में सामूहिक दुष्कर्म की घटना पर राहुल गांधी का ट्वीट-'हमारा सिर शर्म से झुक जाना चाहिए'
हरियाणा सामूहिक दुष्कर्म मामले पर राहुल गांधी ने कहा कि महिला सुरक्षा देश का सबसे बड़ा मुद्दा है इस तरह की घटनाओं से हमारा सिर शर्म से झुक जाना चाहिए।
नई दिल्ली (जेएनएन)। हरियाणा में एक महिला के साथ 40 लोगों के द्वारा सामूहिक दुष्कर्म का मामला गर्मा गया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि हमने संसद में महिला सुरक्षा के मुद्दे को गंभीरता से उठाया, लेकिन आज भी ऐसी हिला देने वाली घटना देश में हो रही है। आपको बता दें कि राहुल गांधी ने कल ही संसद में टीडीपी के द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान सरकार के ऊपर कई तरह के आरोप लगाए थे। बहरहाल हरियाणा के सामूहिक दुष्कर्म मामले पर जानते हैं राहुल गांधी ने क्या कहा-
राहुल गांधी का ट्वीट
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि 'हरियाणा में एक महिला के साथ 40 लोगों के द्वारा सामूहिक दुष्कर्म की घटना से मुझे गहरा दुख पहुंचा है। आज ये विडंबना है कि संसद में मैंने महिलाओं के खिलाफ इस तरह की हिंसक घटनाओं के मुद्दे पर ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की थी। देश का नागरिक होने के नाते, भारत की बेटियों की सुरक्षा करने में नाकाम रहने के चलते हमारा सिर शर्म से झुक जाना चाहिए।' आपको बता दें कि हरियाणा के मोरनी के एक गेस्ट हाउस में 22 वर्षीय युवती से 40 लोगों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म करने का मामला सामने आने पर आक्रोश का माहौल है।
क्या है मामला
मनीमाजरा निवासी महिला के पति को लवली गेस्ट हाउस के मालिक सुनील सन्नी ने कहा था कि उसे रायपुररानी की तरफ काम के लिए महिला की जरूरत है। इसके बाद पति ने सन्नी को उसकी पत्नी को काम पर रखने के लिए कहा था। 15 जुलाई को वह पत्नी को रामगढ़ ले गया था, जहां से आगे होटल मालिक सुनील महिला को कार में बैठाकर फार्म हाउस ले गया। सुनील ने कहा था कि उसके रहने खाने का प्रबंध भी हमारा होगा। लेकिन, आरोपित सुनील महिला को फार्म हाउस ले जाने के बजाय मोरनी के लवली गेस्ट हाउस ले गया। इसके बाद पति जब भी पत्नी को फोन करता था, तो वह रोती थी, लेकिन आरोपितों के डर के कारण कुछ नहीं कह पाती थी।
इसके बाद पति ने आरोपित सुनील को फोन किया तो वह बार-बार फोन काट देता था और फिर फोन ब्लैक लिस्ट में डाल दिया। पति ने फिर सुनील को फोन करके कहा कि इसे भेज दो तो वह उसे धमकियां देने लगा। आरोपित महिला को नशे के इंजेक्शन देने की धमकी देता था, उसके खाने में नशा मिलाकर बेहोश कर देते थे। महिला के अनुसार 15 से 18 जुलाई तक उससे रोजाना अलग-अलग लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। जब उसने कुछ आरोपितों को रोकने की कोशिश की तो उन्होंने कहा कि वह पुलिस वाले हैं। कभी 10, तो कभी 11 लोग सामूहिक दुष्कर्म करते थे।
18 जुलाई को महिला ने अपने पति को फोन पर कहा कि वह बहुत तंग है और यहां नहीं रुकना चाहती। इसके बाद पति ने सुनील को धमकी दी कि मेरी पत्नी को भेज दो, वरना पुलिस को शिकायत कर दूंगा। इसके बाद आरोपित ने युवती को दोपहर लगभग तीन बजे बस में बिठाकर भेज दिया और कहा कि पंचकूला बस स्टैंड से इसको ले लेना। पति ने पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया तो उन्होंने कहा महिला थाने में जाओ। वह महिला थाने में गया तो कहा गया कि जब तुम्हारी पत्नी आएगी, तब आना। इस बीच, उसकी पत्नी बस स्टैंड पहुंच गई और उसने सारी बात पति को बताई।
मामले का खुलासा तब हुआ, जब महिला किसी तरह वहां से बचकर भागी और अपने पति को फोन कर सारी कहानी बयां की। मामला पंचकूला के अधिकार क्षेत्र का होने के कारण चंडीगढ़ पुलिस ने शुक्रवार को केस पंचकूला ट्रांसफर कर दिया। पंचकूला में केस ट्रांसफर होते ही पुलिस कमिश्नर चारु बाली ने तीन पुलिस कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया और मामले की जांच के लिए एसीपी अंशु सिंगला की अगुवाई में एसआइटी बना दी।