राहुल का ट्वीट : MP कयामत से कयामत तक-'बाबा कहते थे बड़ा काम करूंगा, नर्मदा घोटाला नाकाम करूंगा'
विवादित साधु-संतों को राज्य मंत्री का दर्जा देने से उठे सियासी घमासान में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी कूद गए हैं।
नई दिल्ली [ एजेंसी ]। विवादित साधु-संतों को राज्य मंत्री का दर्जा देने से उठे सियासी घमासान में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी भी कूद गए हैं। राहुल गांधी ने फिल्म कयामत से कयामत तक के गाने से सरकार के फैसले की खिल्ली उड़ाई। राहुल ने ट्वीट किया, 'बाबा कहते थे बड़ा काम करूंगा, नर्मदा घोटाला नाकाम करूंगा। मगर ये तो, मामा ही जाने, अब इनकी मंजिल है कहां? मध्यप्रदेश, कयामत से कयामत तक।
कम्प्यूटर बाबा नए सैम पित्रोदा!
गुजरात के आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट ने ट्वीट कर लिखा कि, 'कम्प्यूटर बाबा मोदी सरकार के नए सैम पित्रोदा हैं।
भट्ट ने पूजा करते कम्प्यूटर बाबा की एक फोटो ट्वीट करते हुए लिखा कि कम्प्यूटर बाबा (राज्य मंत्री), मप्र में किसी जगह पर उनका कम्प्यूटर बूट करने की कोशिश करते हुए।
घोटाला यात्रा को हरी झंडी दिखाएं शिवराज
कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि, 'नर्मदा घोटाला रथ यात्रा निकालने वाले बाबाओं को मंत्री बनाकर शिवराज ने देश की 312 हस्तियों को ठगा है, जो नर्मदा सेवा यात्रा में आकर इस यात्रा को पवित्र व अच्छे उद्देश्य वाला बताती थी। शिवराज ने यदि कोई घोटाला नहीं किया है तो इन्हें हटाकर इनकी घोटाला यात्रा को खुद हरी झंडी दिखाएं।
सामाजिक कार्यकर्ता रोली शिवहरे ने फेसबुक पर लिखा कि जब बाबाओं को मंत्री का दर्जा दे ही दिया है तो उनकी संपत्ति का ब्यौरा और आपराधिक मुकदमे की जानकारी भी सरकार सार्वजनिक कर दें। देश जानना चाहता है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री शरद यादव ने ट्वीट कर कहा कि बाबाओं को मंत्री का दर्जा देना सही नहीं है। इससे सरकार में मंत्री पद की गरिमा गिरेगी। यदि बाबाओं को यह दर्जा मिल सकता है तो फिर सीमा पर अपनी जान जोखिम में डाल रहे जवानों के परिवार को यह दर्जा क्यों नहीं दिया जा सकता?
एक अन्य समाजवादी नेता रघु ठाकुर ने संतों पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट किया कि मप्र में व्यापमं घोटाला तो सिद्ध नहीं हो पाया, लेकिन संत घोटाला स्वयं सिद्ध है।