राफेल पर आक्रामक हुए राहुल, कहा- रक्षा मंत्री ने बोला झूठ, इस्तीफा देना चाहिए
राहुल गांधी ने एचएएल के पूर्व प्रमुख टीएस राजू के प्रकाशित एक इंटरव्यू को आधार बनाते हुए सीतारमण पर हमला बोला।
नई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। राफेल जेट सौदे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का सरकार पर जारी हमला दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। राहुल ने अब हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के राफेल बनाने में सक्षम नहीं होने के रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण के बयान को झूठ करार देते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है। एचएएल के राफेल बनाने में पूरी तरह सक्षम होने के इसके पूर्व प्रमुख के बयान के आधार पर राहुल ने सीतारमण के दावों पर सवाल उठाए।
राहुल गांधी ने एचएएल के पूर्व प्रमुख टीएस राजू के प्रकाशित एक इंटरव्यू को आधार बनाते हुए सीतारमण पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री को राफेल सौदे में हुई अनियमितताओं के लिए इस्तीफा देना चाहिए। सरकारी महकमे में रक्षा मंत्री को संक्षेप में 'आरएम' संबोधन से पुकारे जाने का जिक्र कर राहुल ने तंज कसा कि अब रक्षा मंत्री को राफेल मंत्री (आरएम) कहा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री को भ्रष्टाचार का बचाव करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मगर टीएस राजू ने उनके झूठ की पोल खोल दी है।
रक्षा मंत्री पर राहुल के इस ट्वीट वार के बाद कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, राजू ने साफ कहा है कि मिराज, जगुआर और भारतीय वायुसेना के इस समय सबसे आधुनिक लड़ाकू जेट सुखोई-30 को पूरी तरह बना चुकी एचएएल राफेल बनाने में भी पूरी तरह सक्षम है।
उन्होंने कहा कि राजू का बयान मायने रखता है क्योंकि वह खुद राफेल की कंपनी दासौ के साथ एचएएल की तकनीकी वार्ता टीम में शामिल थे। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि रक्षा मंत्री ने दो दिन पूर्व बयान दिया था कि एचएएल और दासौ के बीच शर्तो पर सहमति नहीं बनी इसलिए ऑफसेट कांट्रेक्ट हुआ ही नहीं। मगर राजू के बयान से साफ है कि दोनों कंपनियों में इस पर सहमति बन गई थी। इतना ही नहीं सरकार को इस सहमति की फाइल भी एचएएल ने भेज दी थी।
मनीष तिवारी ने कहा कि सरकार में हिम्मत है तो वह उस फाइल के तथ्य उजागर करे जैसा कि राजू ने चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि राजू ने यह भी साफ कर दिया है कि एचएएल न केवल राफेल जेट बनाने में सक्षम है बल्कि सरकार अगर पूर्व के समझौते पर अमल करती तो 108 विमान जो भारत में बनने थे उनकी लागत भी काफी कम आती और लड़ाकू विमान के मामले में भारत आत्मनिर्भर बन जाता। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि इससे स्पष्ट है कि रक्षा मंत्री ने एचएएल को राफेल बनाने में अक्षम बताकर देश को गुमराह किया है। इसलिए उन्हें तत्काल अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए।