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सीधे पीएम मोदी पर हमले की राहुल की नई रणनीति

2019 के लोकसभा चुनाव से पहले लोगों के बीच बेहतर पहुंच बनाने के लिए कांग्रेस 23 अप्रैल से बड़े अभियान की शुरुआत करेगी।

By Arti YadavEdited By: Published: Mon, 23 Apr 2018 07:01 AM (IST)Updated: Mon, 23 Apr 2018 08:43 PM (IST)
सीधे पीएम मोदी पर हमले की राहुल की नई रणनीति
सीधे पीएम मोदी पर हमले की राहुल की नई रणनीति

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रैलियां और भाषण पूरी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित होने लगी है। सोमवार को जब वह कांग्रेस के संविधान बचाओ अभियान का शुभारंभ करने आए तो भी भाषण मोदी और मोदी शासन पर केंद्रित रहा। लगभग आधे घंटे के भाषण में वह लगातार मोदी या भाजपा पर बोलते रहे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने दुनिया में देश की साख को खत्म किया है। पहले दुनिया में देश के संविधान और मजबूत लोकतंत्र की चर्चा होती थी, लेकिन अब महिला अत्याचार, दलित हिंसा, अल्पसंख्यकों पर होने वाले हमले को लेकर चर्चा होती है। देश जल रहा है लेकिन मोदी को सिर्फ मोदी में रुचि है।

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उन्होंने कहा कि चार सालों में दुनिया के सामने देश की छवि को गहरी चोट पहुंची है। राहुल ने पीएम मोदी को लेकर यह टिप्पणी उस समय की है, जब उनके विदेश दौरों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महत्व मिल रहा है। खुद भाजपा भी विदेश नीति और रिश्तों को बड़ी उपलब्धि के रूप में प्रचारित करती रही है।

तालकटोरा स्टेडियम में कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोग देश के संविधान और उससे जुड़ी संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश कर रहे है, लेकिन वह ऐसा होने नहीं देंगे। 'संविधान के साथ छेड़छाड़ तो दूर हम उन्हें इसे छूने भी नहीं देंगे।' राहुल गांधी ने सोमवार को अपने भाषण की शुरूआत पीएम मोदी की किताब कर्मयोगी के एक अंश से की। जिसमें टायलेट साफ करने को अध्यात्मिकता से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि टायलेट साफ करने और पकौड़े बनाने में भी अब अध्यात्मिकता दिखाई देती है।

राहुल ने सुप्रीम कोर्ट के चार जजों के सार्वजनिक बयान का भी हवाला दिया। संसद में गतिरोध की भी बात की। राहुल ने एक बार फिर से दोहराया कि वह 15 मिनट भाषण देंगे तो मोदी जी खड़े नहीं रह पाएंगे। संविधान बचाओ अभियान के तहत उनकी पार्टी अब संविधान और संवैधानिक संस्थानों की रक्षा के लिए देश भर में अभियान चलाएगी। कांग्रेस का यह अभियान देश भर में 14 अप्रैल 2019 तक चलेगा।

कार्यक्रम को कांग्रेस अध्यक्ष के अलावा लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, सुशील कुमार शिंदे, अशोक गहलोत, शैलजा कुमारी और पीएल पुनिया ने भी संबोधित किया।

नई दिल्ली (जेएनएन)। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को पार्टी के ‘संविधान बचाओ’ अभियान की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी पर जोरदार हमला किया और संसद ठप करने का आरोप केंद्र सरकार पर लगा दिया। बता दें कि यह अभियान पूरे देश में चलाया जाएगा। इसके जरिये पार्टी केंद्र में भाजपा शासनकाल के दौरान हुई संविधान विरोधी और दलित विरोधी गतिविधियों की जानकारी देगी।

अपने संबोधन में राहुल ने कहा, ‘पहली बार सरकार संसद ठप कर रही है। मोदी को सिर्फ मोदी में ही रुचि है।‘ उन्‍होंने ने आगे कहा, मोदी जी प्रधानमंत्री कैसे बने इसका जवाब वही जानते हैं। वे केवल अपने मन की बात करते हैं। 2019 में मोदीजी को जनता अपने मन की बात बताएगी। जो बोल नहीं पा रहे वे जल्‍दी बोलेंगे। अब तक बीजेपी का नारा होता है बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ लेकिन अब वे नया नारा देंगे। यह नारा होगा- भाजपा से बेटी को बचाओ। राहुल ने मोदी की सोच को दलित विरोधी बताते हुए कहा कठुआ पर कुछ पीएम कुछ नहीं बोले, नीरव-राफेल पर कुछ नहीं बोलेंगे। जब भी बोलेंगे अपनी मर्जी से बोलेंगे। अपने नेताओं को वे कुछ नहीं कहते।

इससे पहले राहुल गांधी ने अभियान की जानकारी देते हुए ट्विटर पर लिखा कि एससी/एसटी एक्ट में हुए बदलाव के विरोध में दलित भाइयों और बहनों के साथ खड़े होने के लिए और भाजपा/आरएसएस की दलितों के प्रति भेदभाव की नीति को बेनकाब करने के लिए आज तालकटोरा मैदान में 'संविधान बचाओ' रैली में शामिल हों। आपकी भागीदारी और सहयोग की अपेक्षा है।

2019 के लोकसभा चुनाव से पहले लोगों के बीच बेहतर पहुंच बनाने के लिए कांग्रेस ने 23 अप्रैल से बड़े अभियान की शुरुआत की है। इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस महासचिव गुलाम नबी आजाद, वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, सुशील कुमार शिंदे के भी मौजूद रहने की संभावना है। यह अभियान दलितों के मसीहा डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल, 2019 तक जारी रहेगा। इस अभियान में पार्टी के सभी वर्तमान व पूर्व सांसदों, विधायकों की शिरकत अनिवार्य होगी।

इसके अतिरिक्त निकायों के पदाधिकारी और वरिष्ठ नेता जिला स्तर पर अभियान को गति देने का कार्य करेंगे। अभियान को समाज के कमजोर तबकों खासतौर पर दलितों के बीच ले जाने की कोशिश होगी। कांग्रेस के अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के अध्यक्ष नितिन राउत के अनुसार जब से आरएसएस समर्थित सरकार केंद्र की सत्ता में आई है, तभी से संविधान पर लगातार हमले हो रहे हैं।

सूत्रों की मानें तो कांग्रेस इस अभियान के जरिए दलित समुदाय को भी एक संदेश देना चाहती है। पार्टी के एक नेता के मुताबिक, 'भाजपा सरकार में संविधान खतरे में है। दलित समुदाय को शिक्षा और नौकरियों में अवसर नहीं मिल रहे हैं। कांग्रेस का उद्देश्य इस अभियान के जरिए इन मुद्दों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करना है।

29 अप्रैल को राहुल गांधी करेंगे 'हुंकार रैली'
देशभर में अनुसूचित जाति के 17 फीसद मतदाता हैं और लोकसभा की 84 सीटें इस समाज के लिए आरक्षित हैं।एससी-एसटी समाज कभी कांग्रेस का स्थाई वोटबैंक हुआ करते थे, लेकिन पिछले कई सालों में ये कांग्रेस से अलग हो चुके हैं। राहुल गांधी की कोशिश है कि 2019 लोकसभा चुनाव में दलित समाज एक बार फिर कांग्रेस का वैसा ही साथ दे, जैसा वो पहले देते थे। दलित सम्मेलन के बाद 29 अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान में राहुल गांधी 'हुंकार रैली' करने वाले हैं। कहने की जरूरत नहीं कि ये सब मिशन 2019 की शुरुआत है।


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