राहुल गांधी ने लोगों के खर्च में गिरावट को लेकर पीएम मोदी पर साधा निशाना
पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि आंकड़े बता रहे हैं कि देश के आमलोगों के महीने के खर्चे में 3.7 फीसद की कमी आयी है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कांग्रेस ने लोगों की खर्च में आयी चार दशक की सबसे बड़ी गिरावट को अर्थव्यवस्था की मंदी का एक और सबूत करार दिया है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उपभोक्ता खर्च में आयी इस गिरावट का आंकड़े को छुपाने को लेकर सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने उपभोक्ता खर्च में चार दशक की सबसे बड़ी गिरावट की सरकार की संस्था एनएसएस की रिपोर्ट के हवाले से प्रकाशित एक खबर का जिक्र करते हुए मौजूदा आर्थिक हालातों को लेकर सरकार पर प्रहार किया। राहुल ने कहा 'मोदीनॉमिक्स की हालत इतनी खराब है कि सरकार को अपनी ही रिपोर्ट छुपानी पड़ रही है।'
कांग्रेस प्रवक्ता बोले, लोगों के महीने के खर्चे में 3.7 फीसद की आयी कमी
कांग्रेस ने इस मुद्दे को आर्थिक मंदी से जोड़ते हुए कहा कि कोई ऐसा क्षेत्र बचा नहीं जो आर्थिक मंदी की मार से बचा हो। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि आंकड़े बता रहे हैं कि देश के आमलोगों के महीने के खर्चे में 3.7 फीसद की कमी आयी है और 40 साल में पहली बार यह गिरावट देखी गई है।
कांग्रेस प्रवक्ता के अनुसार उपभोक्ता खर्च में इस गिरावट का अर्थ यह हुआ कि 2011-12 में जहां हर व्यक्ति महीने का 1501 रुपये खर्च कर रहा था वह 2017-18 में 1446 रुपये महीने खर्च कर रहा है। ग्रामीण भारत में लोगों के खर्च में यह गिरावट तो और भी ज्यादा 8.8 फीसद है।
खेड़ा ने कहा कि जहां ग्रामीण भारत में लोग छह साल पहले खाने पर प्रति माह प्रति व्यक्ति 643 रुपये खर्च करते थे वह अब घटकर प्रति व्यक्ति 580 रुपये महीने पर आ गया है। देश की 60 फीसद से अधिक आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है और उसके खाने के खर्च में आयी कमी बेहद चिंताजनक है और ये आंकड़े अर्थव्यवस्था की मंदी की हकीकत बयान कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि वैश्विक हंगर इंडेक्स में भारत का स्थान 2014 में जहां 55वां था वह अब बढ़कर 100वें नंबर पर पहुंच गया है।