आरएसएस चयनित अधिकारियों को नियुक्त करना चाहते हैं पीएम : राहुल
यूपीएससी की परीक्षा में पास हुए अभ्यर्थियों को सेवा आवंटित करने में बड़ा बदलाव लाने के प्रस्ताव को देखते हुए राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री और आरएसस पर निशाना साधा है।
By Manish NegiEdited By: Published: Tue, 22 May 2018 07:25 PM (IST)Updated: Tue, 22 May 2018 07:25 PM (IST)
style="text-align: justify;">नई दिल्ली, प्रेट्र। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने छात्रों से अपने भविष्य को लेकर गोलबंद होने का आह्वान किया है। छात्रों से कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिविल सेवा परीक्षा की मेधा सूची में आरएसएस द्वारा छेड़छाड़ से चुने गए अधिकारियों को नियुक्त करना चाहते हैं। ऐसे में छात्रों का भविष्य खतरे में है।
संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पास हुए अभ्यर्थियों को सेवा आवंटित करने में बड़ा बदलाव लाने के प्रस्ताव को देखते हुए राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्विटर पर प्रधानमंत्री और आरएसस पर निशाना साधा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया है, 'छात्रों, खड़े हो जाओ, आपका भविष्य खतरे में है। आरएसएस वह हथियाना चाहता है जिस पर जिस पर आपका अधिकार है। इस पत्र से यह खुलासा होता है कि प्रधानमंत्री परीक्षा की रैकिंग की बजाय मेधा सूची में छेड़छाड़ कर केंद्रीय सेवाओं में आरएसएस की पसंद के अधिकारियों की नियुक्ति करना चाहते हैं।'
बायबाययूपीएससी हैशटैग के साथ राहुल ने पीएमओ से इस संबंध में कार्मिक मंत्रालय को भेजे गए पत्र की प्रति संलग्न की है। पत्र में कहा गया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय की इच्छा है कि सिविल सेवा परीक्षा के आधार पर चुने गए अभ्यर्थियों को सेवा आवंटन/काडर आवंटन के दौरान सुझाव पर विचार किया जाय। पत्र में फाउंडेशन कोर्स के बाद काडर आवंटन करने का सुझाव दिया गया है। अभी तक संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा के प्राप्तांक के आधार पर सफल आवेदकों को काडर आवंटित किए जाते रहे हैं।
संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में पास हुए अभ्यर्थियों को सेवा आवंटित करने में बड़ा बदलाव लाने के प्रस्ताव को देखते हुए राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्विटर पर प्रधानमंत्री और आरएसस पर निशाना साधा है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया है, 'छात्रों, खड़े हो जाओ, आपका भविष्य खतरे में है। आरएसएस वह हथियाना चाहता है जिस पर जिस पर आपका अधिकार है। इस पत्र से यह खुलासा होता है कि प्रधानमंत्री परीक्षा की रैकिंग की बजाय मेधा सूची में छेड़छाड़ कर केंद्रीय सेवाओं में आरएसएस की पसंद के अधिकारियों की नियुक्ति करना चाहते हैं।'
बायबाययूपीएससी हैशटैग के साथ राहुल ने पीएमओ से इस संबंध में कार्मिक मंत्रालय को भेजे गए पत्र की प्रति संलग्न की है। पत्र में कहा गया है कि प्रधानमंत्री कार्यालय की इच्छा है कि सिविल सेवा परीक्षा के आधार पर चुने गए अभ्यर्थियों को सेवा आवंटन/काडर आवंटन के दौरान सुझाव पर विचार किया जाय। पत्र में फाउंडेशन कोर्स के बाद काडर आवंटन करने का सुझाव दिया गया है। अभी तक संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा के प्राप्तांक के आधार पर सफल आवेदकों को काडर आवंटित किए जाते रहे हैं।
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