जर्मनी में बोले राहुल गांधी, मोदी से गले मिला तो अपने ही लोग नाखुश थे
राहुल गांधी ने कहा कि भारत में महिलाओं के प्रति पुरुषों का नजरिया बदलने की जरुरत है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गले मिलने पर कांग्रेस के कुछ लोग भी नाखुश थे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जर्मनी के हैमबर्ग में एक संबोधन में यह बात कही। ब्रिटेन और जर्मनी की चार दिन की यात्रा पर निकले राहुल बुधवार को हैमबर्ग के ब्यूकेरियस समर स्कूल के कैंपनागेल थिएटर में लोगों से रूबरू थे। यहां अपने संबोधन में राहुल ने कई मुद्दों पर बात रखी। पिछले महीने संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गले मिलने के मामले पर उन्होंने बताया कि खुद उनकी पार्टी के कुछ लोगों को यह पसंद नहीं आया था। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने उनको गले लगाकर नफरत का जवाब प्यार से दिया है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में लोगों को नफरत के बजाय चर्चा करनी चाहिए। घृणा से इसका जवाब देना मूर्खता है, यह किसी भी समस्या का समाधान नहीं करेगा। नफरत फैलाने वाले भाषण और राजनीति करने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि भारतीय का मतलब ही अहिंसक है। सवाल-जवाब सत्र के दौरान एक स्रोता ने राहुल गांधी से गले मिलने की इच्छा जताई तो राहुल गांधी ने उनको मंच पर बुलाया और गले मिले।
राहुल ने देश में रोजगार की समस्या पर भी बात रखी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समस्या को देखना नहीं चाहते हैं। किसी समस्या को दूर करने के लिए उसे स्वीकार करना जरूरी होता है। कांग्रेस अध्यक्ष ने अपने पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों पर भी बात की।
राजीव गांधी की हत्या के मुख्य साजिशकर्ता लिट्टे प्रमुख वी प्रभाकरण की मौत पर राहुल ने कहा, 'जब मैंने श्रीलंका की जमीन पर अपने पिता के हत्यारे को मृत देखा, तो मुझे अच्छा नहीं लगा। मुझे उसमें उसका रोता हुआ बच्चा दिखाई दे रहा था।' राहुल ने कहा कि भारत में महिलाओं के खिलाफ भारी मात्रा में हिंसा होती है। भारत में महिलाओं के प्रति पुरुषों का नजरिया बदलने की जरुरत है। पुरुषों को महिलाओं को समान रूप से देखना और सम्मान देना चाहिए। लेकिन मुझे कहते हुए दुख हो रहा है कि पुरुष ऐसा नहीं करते। प्रभाकरण को श्रीलंका की सेना ने 2009 में मौत के घाट उतार दिया था।इससे पहले राहुल ने जर्मनी के विदेश मंत्री नील्स एनेन से मुलाकात की। दोनों नेताओं में भारत और जर्मनी की राजनीति पर विमर्श हुआ। राहुल ने केरल की बाढ़, वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और रोजगार पर मामले पर भी चर्चा की। गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष बर्लिन में इंडियन ओवरसीज कांग्रेस को संबोधित करेंगे।