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राहुल गांधी बोले, अर्थव्यवस्था और कोरोना वायरस को लेकर सरकार का रुख लचर

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आर्थिक मंदी की चुनौतियों के बीच कोरोना वायरस के प्रभाव से अर्थव्यवस्था की बढ़ी मुश्किलों पर सरकार के रुख को लचर बताया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Thu, 12 Mar 2020 11:58 PM (IST)Updated: Thu, 12 Mar 2020 11:58 PM (IST)
राहुल गांधी बोले, अर्थव्यवस्था और कोरोना वायरस को लेकर सरकार का रुख लचर
राहुल गांधी बोले, अर्थव्यवस्था और कोरोना वायरस को लेकर सरकार का रुख लचर

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आर्थिक मंदी की चुनौतियों के बीच कोरोना वायरस के प्रभाव से अर्थव्यवस्था की बढ़ी मुश्किलों पर सरकार के रुख को लचर बताया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि अर्थव्यवस्था को कोरोना की मुसीबतों से बचाने के लिए पीएम ने अभी तक कोई पहल नहीं की है। जल्द ठोस कदम नहीं उठाये गये तो ये दोतरफा चुनौतियां हमारी अर्थव्यवस्था को सुनामी की तरह धराशायी कर देंगी।

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शेयर बाजार में मचे कोहराम को शुरुआती लक्षण बताया

कोराना के प्रभाव से शेयर बाजार में मचे कोहराम को राहुल ने इसका शुरुआती लक्षण करार दिया। आर्थिक चुनौतियों के मुद्दे पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि शेयर बाजार में बीते दो दिनों में जो हुआ, वह जाहिर कर रहा कि कोराना वायरस एक बेहद गंभीर समस्या है।

पीएम को बताना चाहिए कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए वे क्या कर रहे हैं

राहुल ने कहा कि भारत की ताकत उसकी अर्थव्यवस्था रही है, जिसे नरेंद्र मोदी की नीतियों और विचारधारा ने नष्ट कर दिया है। मौजूदा हालत में पीएम के मुंह से एक शब्द नहीं निकल रहा। कांग्रेस नेता ने कहा कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के नहीं बोलने की वजह समझी जा सकती है क्योंकि उन्हें आर्थिक मामलों की समझ नहीं है। मगर पीएम को तो यह बताना चाहिए कि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए वे क्या कर रहे हैं।

मनमोहन सिंह ने दी देश की अर्थव्‍यवस्‍था को विकास की गति 

राजग सरकार के आर्थिक प्रबंधन पर प्रहार करते हुए राहुल ने कहा कि मनमोहन सिंह की सरकार ने दस साल तक तक शानदार तरीके से देश की अर्थव्यवस्था को चलाते हुए विकास को गति दी। ऐसा इसीलिए हुआ कि हम अर्थव्यवस्था को समझते हैं और इसे चलाना जानते हैं।

हालात सुनामी की तरह होने वाले हैं

अर्थव्यवस्था की चुनौतियां और ज्यादा गंभीर होने की आशंका जाहिर करते हुए राहुल ने कहा कि हालात सुनामी की तरह होने वाले हैं। जब यह संकट वापस लौटेगा तो अर्थव्यवस्था में और बर्बादी लाएगा। इसका नुकसान लाखों-करोड़ों लोगों विशेषकर युवाओं को होगा। इसीलिए युवाओं को सरकार और प्रधानमंत्री से यह सवाल पूछना होगा कि अर्थव्यवस्था व उनके रोजगार के लिए इन छह सालों में उन्होंने क्या किया है?

खतरों से निपटने के निपटने के लिए सरकार को तुरंत एक्‍शन लेना चाहिए

कोराना वायरस के खतरों से निपटने की तैयारियों को अपर्याप्त बताते हुए कहा कि सरकार इसकी गंभीरता को समझ नहीं रही है। प्रधानमंत्री सो रहे हैं। देश एक तरह से हाइवे पर दुर्घटना की दिशा में बढ़ रहा है। इसे रोकना है तो सरकार को तुरंत एक्शन लेना चाहिए।

देश की अर्थव्‍यवस्‍था कोरोना संकट की चपेट में

उधर, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी शेयर बाजार में भारी गिरावट को लेकर गुरुवार को सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था कोरोना संकट की चपेट में है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मौन हैं। संसद का सत्र चल रहा है ऐसे में प्रधानमंत्री को अर्थव्यवस्था की स्थिति पर जवाब देना चाहिए।


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