Move to Jagran APP

राहुल गांधी ने उठाया राष्ट्रपिता की हत्या का मुद्दा,कहा-गांधी की हत्या करने वाली विचारधारा के खिलाफ लड़ाई जारी

गांधी जयंती के मौके पर राहुल गांधी ने कहा आज हम उसी विचारधारा के साथ लड़ाई शुरू कर रहे हैं जिसने गांधी की हत्या की थी। इस विचारधारा ने पिछले आठ वर्षों में असमानता विभाजन और हमारी कड़ी मेहनत से प्राप्त स्वतंत्रता का क्षय किया है।

By Jagran NewsEdited By: Babli KumariPublished: Sun, 02 Oct 2022 02:49 PM (IST)Updated: Sun, 02 Oct 2022 02:49 PM (IST)
राहुल गांधी ने उठाया राष्ट्रपिता की हत्या का मुद्दा,कहा-गांधी की हत्या करने वाली विचारधारा के खिलाफ लड़ाई जारी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपनी चल रही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान (फाइल इमेज)

मैसूर,एजेंसी। कांग्रेस ने रविवार को महात्मा गांधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी और पार्टी के नेता राहुल गांधी ने भारत को उसी तरह एकजुट करने का प्रण लिया जैसे कि राष्ट्रपिता ने अन्याय के खिलाफ देश को एकजुट किया था।

loksabha election banner

महात्मा गांधी की जयंती पर भारत जोड़ो यात्रा पर निकले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को राष्ट्रपिता की हत्या का मुद्दा उठाया और कहा कि विचारधाराओं की लड़ाई जारी है और उन्होंने लोगों से इसमें शामिल होने का आह्वान किया। राहुल ने कहा, जिस तरह गांधीजी ने ब्रिटिश राज से लड़ाई लड़ी थी।

राहुल गांधी ने आगे कहा- आज हम उसी विचारधारा के साथ लड़ाई शुरू कर रहे हैं, जिसने गांधी की हत्या की थी। इस विचारधारा ने पिछले आठ वर्षों में असमानता, विभाजन और हमारी कड़ी मेहनत से प्राप्त स्वतंत्रता का क्षय किया है।

वह कर्नाटक के बदनवालु खादी ग्रामोद्योग केंद्र में अपनी भारत जोड़ो यात्रा पर थे, जहां महात्मा गांधी ने 1927 में दौरा किया था।

हम भारत के उस महान सपूत को कर रहे हैं याद

रविवार को मीडिया को जारी एक बयान में, राहुल गांधी ने कहा, हम भारत के उस महान सपूत को याद कर रहे हैं और उन्हें नमन करते हैं। हमारी याद इस बात से और भी मार्मिक हो जाती है कि हम भारत जोड़ो यात्रा के 25वें दिन में हैं, एक पदयात्रा, जिसमें हम उनके अहिंसा, एकता, समानता और न्याय के मार्ग पर चल रहे हैं।

उन्होंने कहा, 'अहिंसा' और 'असत्य' की इस राजनीति के खिलाफ भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक अहिंसा और स्वराज के संदेश का प्रसार करेगी।

स्वराज के हैं कई अर्थ- राहुल गांधी

राहुल ने कहा, स्वराज के कई अर्थ हैं। यह हमारे किसानों, युवाओं और छोटे और मध्यम उद्यमों की इच्छा और भय से मुक्ति है। यह हमारे राज्यों की स्वतंत्रता है कि वे अपनी संवैधानिक स्वतंत्रता का इस्तेमाल करें और हमारे गांवों में पंचायती राज का अनुपालन करें।

उन्होंने कहा, यह स्वयं पर भी विजय है, चाहे वह भारत यात्री हों, जो पैदल 3,600 किमी की यात्रा कर रहे हों या लाखों नागरिक जो कम समय के लिए इस यात्रा से जुड़ रहे हों।

गांधी जी की विरासत को हथियाना सुविधाजनक

राहुल गांधी ने कहा, यात्रा भय, घृणा और विभाजन की राजनीति के खिलाफ भारतीय लोगों की शांत और ²ढ़ आवाज है। सत्ता में बैठे लोगों के लिए गांधी जी की विरासत को हथियाना सुविधाजनक हो सकता है, लेकिन उनके नक्शेकदम पर चलना कहीं अधिक कठिन है।

उन्होंने कहा, बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और बच्चे पहले ही यात्रा में भाग ले चुके हैं। उनमें से कई का मानना है कि गांधीजी ने जिन मूल्यों के लिए अपना जीवन दिया वो आज खतरे में हैं।

उन्होंने कहा, मैसूर से कश्मीर की अपनी यात्रा के दौरान मैं भारत भर के अपने साथी नागरिकों से अहिंसा और सद्भावना की भावना पर चलने का अनुरोध करता हूं।

यह भी पढ़ें- Bharat Jodo Yatra: राहुल ने महात्मा गांधी को दी श्रद्धांजलि, कहा- अन्याय के खिलाफ भारत को करेंगे एकजुट

यह भी पढ़ें- गोवा के सीएम प्रमोद सावंत गांधी जयंती पर राज्य स्तरीय समारोह में हुए शामिल, समानता का दिया संदेश


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.