राहुल गांधी ने बोला हमला, कहा- पीएम ने चीनी घुसपैठ के सामने किया आत्मसर्मपण
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तो प्रधानमंत्री पर चीनी घुसपैठ के सामने आत्मसमर्पण का आरोप लगाते हुए सरकार पर तीखे सवाल दागे हैं।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्वी लद्दाख में चीनी अतिक्रमण से इनकार वाले बयान को लेकर उन पर जबरदस्त हमला बोला है। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तो प्रधानमंत्री पर चीनी घुसपैठ के सामने आत्मसमर्पण का आरोप लगाते हुए सरकार पर तीखे सवाल दागे हैं।
वहीं पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम ने प्रधानमंत्री के इस बयान के बाद चीन द्वारा पूरी गलवन घाटी को अपना इलाका बताए जाने को हैरतकारी करार दिया। साथ ही सरकार से तत्काल चीन के दावे को तत्काल खारिज करने की मांग करते हुए कहा कि इसमें कोई भी देरी भारत के लिए भयानक रूप से नुकसानदेह होगी।
PM has surrendered Indian territory to Chinese aggression.
If the land was Chinese:
1. Why were our soldiers killed?
2. Where were they killed? pic.twitter.com/vZFVqtu3fD — Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 20, 2020
पीएम के बयान पर राहुल गांधी ने बोला आक्रामक हमला
राहुल गांधी ने आक्रामक हमला बोलते हुए ट्वीट में कहा 'प्रधानमंत्री ने भारतीय इलाके का चीनी अतिक्रमण के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है।' पीएम के इस बयान कि न हमारे क्षेत्र में कोई घुसा है और न ही हमारी कोई पोस्ट किसी के कब्जे में है को टैग करते हुए राहुल ने पूछा 'जब जमीन चीनियों की थी तो हमारे सैनिक क्यों मारे गए और वे कहां मारे गए?' कांग्रेस की ओर से पी चिदंबरम और रणदीप सुरजेवाला ने इसके बाद संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में सरकार पर सवालों की बौछार करते हुए सबसे पहले गलवन पर चीनी दावे का तुरंत खारिज करने की मांग की।
गलवन घाटी पर चीनी दावे को तुरंत खारिज करे सरकार वरना नतीजे भयानक होंगे: चिदंबरम
चिदंबरम ने कहा कि यह बयान हमारे सेना प्रमुख, रक्षामंत्री एवं विदेश मंत्री के चीनी अतिक्रमण की पुष्टि करते हुए दिए गए बयानों के बिल्कुल विपरीत है। कांग्रेस नेता ने इसके बाद सवालों की झड़ी लगाते हुए पूछा कि पीएम का यह बयान सही है तो क्या वे बताएंगे कि यदि चीनी सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पार करके भारतीय सीमा में घुसपैठ नहीं की, तो फिर 5-6 मई को टकराव क्यों हुआ?
5 मई से 6 जून के बीच भारत व चीनी कमांडरों में किस मामले में बात चल रही थी? 6 जून को दोनों देशों के कोर कमांडरों के स्तर पर हुई वार्ता किस विषय को लेकर थी? पूर्व गृहमंत्री ने कहा कि सरकार को यह भी बताना चाहिए कि यदि चीनी सेना ने घुसपैठ नहीं किया तो फिर 15-16 जून को संघर्ष क्यों हुआ और हमारे सैनिकों की शहादत कहां हुई? सरकार देश को यह भी बताए कि किस जगह पर 20 सैनिक शहीद हुए और 85 सैनिक घायल हुए?
सरकार से इन सवालों का जवाब मांगना बेहद जरूरी
उन्होंने यह भी पूछा कि जब चीनी सेना ने भारतीय इलाके में घुसपैठ नहीं किया है तो विदेशमंत्री एस जयशंकर और विदेश मंत्रालय ने अपने बयानों में एलएसी पर पूर्व की यथास्थिति बहाल करने की मांग क्यों रखी थी? पूर्व की यथास्थिति का क्या मतलब है? लद्दाख में चीनी सैनिकों ने अतिक्रमण नहीं किया तो फिर हमारे 20 सैनिकों को शहादत क्यों देनी पड़ी? चिदंबरम ने सर्वदलीय बैठक में चीन की चुनौती का सामना करने के लिए सरकार और सेना के साथ पूरी तरह खड़े होने की बात दोहराते हुए कहा कि कांग्रेस भारत की भूभागीय अखंडता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है लेकिन देश हित में सरकार से इन सवालों का जवाब मांगना बेहद जरूरी है।