राहुल गांधी को नहीं मिली उस्मानिया यूनिवर्सिटी में जाकर छात्रों से बातचीत की इजाजत, कांग्रेस और टीआरएस आए आमने-सामने
कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हैदराबाद के उस्मानिया यूनिवर्सिटी के छात्रों से बातचीत पर रोक लगा दी गई है। यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के मुताबिक परिसर में राजनीतिक गतिवाधि को मंजूरी नहीं दी जाएगी। वहीं इस मामले पर कांग्रेस और टीआरएस के बीच राजनीति भी तेज हो चुकी है।
हैदराबाद, प्रेट्र। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के हैदराबाद के उस्मानिया यूनिवर्सिटी के प्रस्तावित दौरे पर विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, मामला यह है कि उस्मानिया विश्वविद्यालय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को परिसर में आने की मंजूरी नहीं दी। राहुल यहां छात्रों से मिलने वाले थे। मंजूरी नहीं दिए जाने के बाद पार्टी की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया (NSUI) ने रविवार को प्रदर्शन किया। । कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की वजह से मंजूरी नहीं दी गई है। वहीं अधिकारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद ने पिछले वर्ष प्रस्ताव पारित किया था कि परिसर में किसी राजनीतिक गतिविधि को मंजूरी नहीं दी जाएगी।
छात्रों से संवाद करने वाल थे राहुल गांधी
बता दें कि राहुल गांधी 6 और 7 मई को तेलांगाना के दौरे पर रहेंगे। गौरतलब है कि तेलंगाना कांग्रेस वारंगल में करीब 5 लाख समर्थकों के साथ राहुल गांधी की एक भव्य बैठक की तैयारी में जुट चुकी है। राहुल गांधी को उस्मानिया यूनिवर्सिटी में प्रवेश ना देने के पीछे अधिकारियों ने यह दलील दी है कि कैंपस में राजनीतिक बैठकों की अनुमति नहीं है। वहीं, यूनिवर्सिटी में विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए परीक्षाएं चल रही हैं।
बता दें कि राहुल गांधी सात मई को छात्रों से संवाद करने वाले थे। मंजूरी नहीं दिए जाने के बाद पार्टी की छात्र इकाई नेशनल स्टूडेंट यूनियन आफ इंडिया (NSUI) ने रविवार को प्रदर्शन किया। 18 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। तेलंगाना कांग्रेस के अध्यक्ष रेवंथ रेड्डी ने कहा कि राहुल गांधी सात तारीख को इन गिरफ्तार प्रदर्शनकारियों से मुलाकात कर सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री के दबाव में विश्वविद्यालय प्रशासन ने राहुल गांधी को बैठक की इजाजत नहीं दी।
विश्विधालय जाने पर अड़े कांग्रेस नेता
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन ने भले ही राहुल गांधी को छात्रों से चर्चा के कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी है, लेकिन तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस अपने शीर्ष नेता को वहां उन्हें ले जाने पर अड़ी हुई है, ताकि वे विद्यार्थियों से बातचीत कर सकें। बताते चलें कि तेलंगाना आंदोलन के वक्त उस्मानिया विश्व विद्यालय आंदोलन का केंद्र बिंदु हुआ करता था।