दुबई में सपा-बसपा के गठबंधन पर राहुल गांधी ने क्या दी प्रतिक्रिया, जानें
सपा और बसपा 80 में से 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। रायबरेली और अमेठी की दो सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ी है।
दुबई, प्रेट्र/आइएएनएस। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के लिए सपा और बसपा द्वारा गठबंधन का एलान करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि उनकी पार्टी पूरे दम से मैदान में उतरेगी। शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मायावती-अखिलेश ने जो फैसला लिया, मैं उसका आदर करता हूं। यह उनका फैसला है। कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में खुद को खड़ा करना है। हम यह कैसे करेंगे, यह हमारे ऊपर है। हमारी लड़ाई भाजपा की विचारधारा से है और हम उत्तर प्रदेश में पूरे दम से लड़ेंगे।
राहुल ने यह भी कहा कि गठबंंधन का ऐलान करते समय कांग्रेस को लेकर कुछ गलत बातें भी कही गईं, लेकिन उन्हें स्वीकार करते हैं। प्यार से राजनीति करना हमारा तरीका है।
सीबीआइ के पूर्व प्रमुख आलोक वर्मा को हटाने के मामले में राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राफेल घोटाले के चलते डरे हुए हैं। इसीलिए वर्मा का पक्ष सुने बगैर उनको हटा दिया गया। इससे पहले आइएमटी विश्वविद्यालय में छात्रों से बात करते हुए उन्होंने मोदी सरकार पर असहिष्णुता को बढ़ावा देने का आरोप लगाया और कहा कि भारतीयता के विचार को बचाना अगले आम चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा होगा।
राहुल ने कहा कि भारत को सरहदों में नहीं बांधा जा सकता। हम ऐसा भारत नहीं चाहते जिसमें पत्रकारों की हत्या की जा रही है। लोगों को अपनी कही हुई बातों के लिए पीटा जा रहा है। इस स्थिति को हम बदलना चाहते हैं। अगले लोकसभा चुनाव में हमारे लिए यह एक चुनौती होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि खेल को भारत में सबसे बड़ी प्राथमिकता बनाना मुश्किल है, क्योंकि वहां तो भूख जैसी उससे बड़ी चुनौती मौजूद है। कृषि क्षेत्र में उन्होंने मौलिक बदलाव की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि इस समय यह वैश्विक अर्थव्यवस्था से जुड़ा हुआ नहीं है।
राहुल ने कहा कि हमारे यहां विश्व में सबसे ज्यादा जैव विविधता है। आने वाले 10-15 वर्षों में इसका असर चिकित्सा क्षेत्र पर दिखने लगेगा। प्रतिभा पलायन पिछली सदी का चलन था। इस सदी में लोगों को जहां मौका मिल रहा है, लोग जा रहे हैं। हर किसी को इस बात के लिए निश्चिंत रहना चाहिए कि भारत अब मौके उपलब्ध करा रहा है।
मालूम हो, बसपा प्रमुख मायावती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि हमने आने वाले लोकसभा चुनाव में एक साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इस गठबंधन के बाद सपा और बसपा दोनों ही 80 में से 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। वहीं रायबरेली और अमेठी की दो सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ दी गईं हैं।