राहुल ने मोदी सरकार पर कौशल और काबिलियत की अनदेखी का लगाया आरोप
राहुल गांधी ने कोका-कोला के संस्थापक को 'शिकंजी विक्रेता' और मैक्डोनाल्ड के संस्थापक को 'ढाबे वाला' कहा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। पकौड़े वाले बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मजाक उड़ाने वाले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी सोमवार को उनका ही समर्थन करते नजर आए। कुछ दिन पहले मोदी ने कहा था कि पकौड़ा बेचना भी एक रोजगार है। कांग्रेस के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने इसी तर्ज पर कोका-कोला के संस्थापक को 'शिकंजी विक्रेता' और मैक्डोनाल्ड के संस्थापक को 'ढाबे वाला' कहा। यही नहीं, उन्होंने फोर्ड, मर्सिडीज और होंडा जैसी कार निर्माता कंपनियों के संस्थापकों को मैकेनिक बताया। साथ ही कहा कि उनके देश की कौशल की कद्र करने वाली व्यवस्था ने ही उनकी काबिलियत को आखिर उन्हें पहचाना और आगे बढ़ने में मदद की।
राहुल बोले, कभी शिकंजी बेचते थे कोका-कोला के संस्थापक
- मैक्डोनाल्ड के संस्थापक को ढाबे वाला और फोर्ड, मर्सिडीज व होंडा के संस्थापक को मैकेनिक बताया
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुए कांग्रेस के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में उन्होंने मोदी सरकार पर कौशल और काबिलियत की अनदेखी और उद्यमिता अभियान के जरिये पिछड़े वर्गो को उचित अवसर उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगाया। इसी संदर्भ में उन्होंने दुनिया की जानी-मानी कोका-कोला और मैक्डोनाल्ड कंपनियों का जिक्र किया।
राहुल ने कहा, 'सभी ने कोका-कोला कंपनी के बारे में जरूर सुना होगा। यह कंपनी किसने शुरू की थी? वह कौन था, कोई जानता है? मैं बताता हूं वह कौन था। एक शिकंजी बेचने वाले व्यक्ति ने कोका-कोला कंपनी शुरू की थी। वह अमेरिका में शिकंजी बेचा करता था। वह पानी में चीनी मिलाता था। उसके अनुभव और प्रतिभा को सम्मान मिला, पैसा मिला और उसने कोका-कोला कंपनी की शुरुआत की। आपने मैक्डोनाल्ड कंपनी के बारे में भी जरूर सुना होगा, जो हर तरफ दिखाई देती है। उसे किसने शुरू किया और वह क्या करता था? वह एक ढाबा चलाता था। आप मुझे दिखाइए कि भारत में किस ढाबे वाले ने कोका-कोला जैसी कंपनी बनाई है। वह कहां है?'
राहुल गांधी यहीं नहीं रुके, उन्होंने एकत्रित कार्यकर्ताओं से पूछा कि क्या उन्होंने फोर्ड, मर्सिडीज और होंडा कंपनी के बारे में सुना है और उन्हें किसने शुरू किया। उन्होंने बताया, 'वे मैकेनिक थे। फोर्ड और होंडा मैकेनिक थे। आप मुझे भारत में एक भी ऐसी आटोमोबाइल कंपनी दिखाओ जिसे मैकेनिक ने शुरू किया हो। कहां है ऐसी कंपनी? ऐसा नहीं है कि हमारे लोगों, हमारे ढाबे वालों में बुद्धि या क्षमता नहीं है। ऐसा नहीं है कि भारतीय मैकेनिकों में फोर्ड या मर्सिडीज जैसी क्षमता नहीं है। बात इतनी है कि फोर्ड और मर्सिडीज के लिए बैंकों के दरवाजे खुले हैं, लेकिन हमारे ढाबे वालों, मैकेनिकों, धोबियों और अन्य पिछले वर्गो के लिए बैंकों और राजनीति के दरवाजे बंद हैं।'
सोशल मीडिया पर मजाक
हालांकि, राहुल के इन बयानों के अपेक्षित परिणाम नहीं निकले, खासकर सोशल मीडिया पर। 'अकॉर्डिगटूराहुलगांधी' हैशटैग से सोशल मीडिया पर राहुल के ये बयान तुरंत हिट हो गए और हजारों लोगों ने उनका जमकर मजाक उड़ाया।
केमिस्ट ने तैयार किया था कोका-कोला
अमेरिकी दवा निर्माता जॉन पेंबर्टन ने कोका-कोला को 1885 में दवाई के रूप में तैयार किया था। इसे नाम दिया गया कोका वाइन। इसका पेटेंट दवा के रूप में लिया गया था। 8 मई, 1886 को अमेरिका के जॉर्जिया शहर में इसकी बिक्री पेटेंट दवा के तौर पर शुरू हुई। आज यह 200 देशों में बिकता है। 1892 में कोका-कोला कंपनी का गठन हुआ था।
दो भाइयों ने शुरू की थी मैक्डोनाल्ड
1937 में अमेरिका के कैलीफॉर्निया के रहने वाले दो भाई रिचर्ड और मॉरिस मैक्डोनाल्ड ने हॉट डॉग का स्टॉल लगाया। अधिक मुनाफा कमाने के लिए उन्होंने 15 मई, 1940 से अपना स्टॉल नजदीकी कस्बे में लगाना शुरू किया। उन्होंने इस मैक्डोनाल्ड नाम दिया। उनका व्यापार चल निकला। 1953 में उन्होंने अपने रेस्त्रां की शाखाएं विभिन्न शहरों में खोलीं। 15 अप्रैल, 1955 में मैक्डोनाल्ड कंपनी का गठन हुआ।