राफेल पर राहुल ने फिर पीएम को घेरा, कहा- देश को नहीं बताई जा रही इसकी कीमत
जब दासौ कंपनी अपने सालाना रिपोर्ट में राफेल जेट की कीमत का खुलासा कर चुकी है तो फिर सरकार की दुहाई में दम नहीं है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। राफेल जेट सौदे को अपनी राजनीतिक लड़ाई का हथियार बना चुके राहुल गांधी ने इसकी कीमतों का खुलासा करने का मोदी सरकार पर दबाव डालने का प्रयास अभी छोड़ा नहीं है। पांच राज्यों के चुनाव की गहमागहमी के बीच भी राहुल ने प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि मैक्रां से लेकर अनिल अंबानी समेत तमाम लोगों को राफेल की कीमत मालूम है। मगर देश ही नहीं सुप्रीम कोर्ट तक को इसके दाम नहीं बताए जा रहे हैं।
राहुल गांधी ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए एनडीए सरकार पर यह वार किया जिसमें कहा गया है कि यूपीए के समय दासौ कंपनी ने जो पेशकश की थी उससे कहीं ज्यादा महंगे दाम पर 36 राफेल विमानों का सौदा किया गया है। इस दावे को आधार बनाते हुए ही उन्होंन जेट विमानों की खरीद कीमत का खुलासा नहीं करने के सरकार के फैसले पर सवाल उठाया।
राहुल ने अपने ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री, अनिल अंबानी ही नहीं फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ओलांद और मौजूदा राष्ट्रपति मैक्रां को राफेल खरीद की कीमत मालूम है। इतना ही नहीं रक्षा मंत्रालय के बाबूओं और राफेल बनाने वाली कंपनी दासौ के सभी लोगों को भी इसकी जानकारी है।
राहुल के अनुसार यहां तक कि दासौ की प्रतिस्पर्धी कंपनियों को भी कीमत के बारे में पता है। मगर सरकार ने राफेल की कीमत को 'राष्ट्रीय गोपनीयता' का मसला बना दिया है जिसका खुलासा नहीं किया जा सकता और सुप्रीम कोर्ट तक को इसकी जानकारी नहीं दी सकती।
कांग्रेस अध्यक्ष ने बीते दिनों संवेदनशील मसला बताते हुए राफेल की कीमत समेत कई ब्यौरों की जानकारी देने से सुप्रीम कोर्ट में मना किया था। राफेल मसले पर सुनवाई के दौरान सरकार के इस रुख के बाद सुप्रीम कोर्ट ने उसे हलफनामा दायर कर यह बात कहने का निर्देश दिया है।
सरकार के तर्क से असहमत राहुल गांधी का कहना रहा है कि जब दासौ कंपनी अपने सालाना रिपोर्ट में भारत को बेचे गए राफेल जेट की कीमत का खुलासा कर चुकी है तो फिर गोपनीय समझौते की एनडीए सरकार की दुहाई में दम नहीं है।