राफेल सौदाः आज फिर CAG से मुलाकात करेगी कांग्रेस
गौरतलब हो कि इससे पहले सितंबर में कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल सीएजी राजीव महर्षि से मिला था।
नई दिल्ली [जेएनएन]। राफेल के मुद्दे को लेकर कांग्रेस लगातार मोदी सरकार को घेरने में लगी है। कांग्रेस लगातार हमले की रणनीति अपनाए हुए है। अब कांग्रेस इस मामले को लेकर एक बार फिर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) से मुलाकात करेगी। गौरतलब हो कि इससे पहले सितंबर में कांग्रेस नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल सीएजी राजीव महर्षि से मिला था। उस वक्त सीएजी ने कांग्रेस को बताया कि वह राफेल खरीद से जुड़े दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं।
पार्टी अभी तक राफेल सौदे में सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचने, ऑफसेट कांट्रेक्ट से सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को बाहर कर एक निजी कंपनी को देने और रक्षा खरीद प्रक्रिया के उल्लंघन के अपने दावों के समर्थन में कागजात सीएजी को सौंप चुकी है। उल्लेखनीय है कि यूपीए शासन के दौरान भी सीएजी के आंकड़ों से ही कई घोटालों की परत खुली थी।
आज फिर कांग्रेस ने पूछे सवाल
बुधवार को पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस कोर कमेटी के सदस्य रणदीप सिंह सुरजेवाला ने राफेल सौदे को लेकर एक बार फिर से पीएम मोदी से चुप्पी तोड़ने को कहा। सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में राफेल विमान को भारतीय वायुसेना ने चुना था, क्योंकि यह बेहतरीन विमान था। सुरजेवाला ने कहा कि मोदी जी कुछ सवालों का जवाब दें-
- पहला सवाल
526 का राफेल जहाज, जो कांग्रेस खरीद रही थी, अंतरराष्ट्रीय टेंडर के तहत, उसे खारिज कर उसी जहाज को 1670 में क्यों खरीदा ?, देश के राजस्व को 41205 करोड़ का चूना क्यों लगाया ?
- दूसरा सवाल
भारतीय वायुसेना 126 जहाज खरीद रही थी, फिर सिर्फ 36 जहाज क्यों खरीदे गए, क्या इससे राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता नहीं हुआ?
- तीसरा सवाल
यूपीए की सरकार ने 30 हजार करोड़ से अधिक का ऑफसेट ठेका, एक मात्र कंपनी HAL को दिया था। फ्रांस के राष्ट्रपति ने खुलासा किया है कि ऑफसेट का ठेका प्रधानमंत्री मोदी के कहने पर रिलायंस को दिया गया। इस पर सच्चाई देश को बताएं।