Pulwama Terror Attack: जवानों की शहादत पर आंसू बहा रहे लोगों के लिए ओवैसी के बिगड़े बोल
पुलवामा आतंकी हमले के बाद देशभर में पाकिस्तान को लेकर गुस्सा है। 40 जवानों की शहादत का बदला लेने की आवाज जोर-शोर से उठ रही है।
नई दिल्ली, जेएनएन। Pulwama Terror Attack कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में शोक की लहर है। जगह-जगह शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है, हवन किए जा रहे हैं। लेकिन एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का कहना है कि इन कैंडल मार्च की आड़ में मुस्लिम खासतौर पर कश्मीरी युवकों को निशाना बनाया जा रहा है। इसे लेकर ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी अंगुली उठाई है।
असादुद्दीन ओवैसी का कहना है, 'कई शहरों में मुस्लिम इलाकों में फैली अफवाहें चिंताजनक हैं। कैंडललाइट मार्च के नाम पर भीड़ मुस्लिमों को निशाना बनाकर कथित तौर पर तनाव पैदा करने की कोशिश कर रही है। इस चुप्पी ने गुजरात को 2002 दिया। क्या पीएमओ इंडिया कश्मीरियों के खिलाफ भीड़ के आतंक पर चुप्पी साधे हुए है? मुझे लगता है, हां।' हालांकि, यह पहला मौका नहीं है, जब ओवैसी ने ऐसा विवादित बयान दिया है। इससे पहले भी वह कई ऐसे बयान दे चुके हैं, लेकिन ऐसे मौके पर शोक में डूबे लोगों को लेकर ये बयान देना उचित नहीं है।
गौरतलब है कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए। यह हमला CRPF के काफिले पर हुआ। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान में पल-बढ़ रहे आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद ने ली है। यह हमला उस वक्त हुआ, जब सीआरपीएफ के ज्यादातर जवान अपनी छुट्टिया खत्म कर वापस श्रीनगर ड्यूटी पर लौट रहे थे। आदिल अहमद डार नाम के आत्मघाती हमलावर ने इस हमले को अंजाम दिया, जिसने विस्फोटक से भरी कार ले जाकर सीआरपीएफ के काफिले से भिड़ा दी थी।
पाकिस्तान को दिया जाए माकूल जवाब
पुलवामा आतंकी हमले के बाद देशभर में पाकिस्तान को लेकर गुस्सा है। 40 जवानों की शहादत का बदला लेने की आवाज जोर-शोर से उठ रही है। अक्रोशित लोग सड़कों पर उतरकर पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी और उसे करारा सबक सिखाने की मांग कर रहे हैं। आतंकी हमले के बाद देश के कोने-कोने से दिखाई पड़ सी गुस्से की ज्वाला के बीच दैनिक जागरण से एक ऑनलाइन पोल कराया और लोगों से पूछा कि Pulwama Terror Attack के बाद भारत को पाकिस्तान के खिलाफ क्या कार्रवाई करनी चाहिए? देश 46 फीसद लोगों का कहना है कि पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए युद्ध छेड़ देना चाहिए। जबकि 31 फीसद लोगों ने कहा कि पाकिस्तान को अलग-थलग कर देना चाहिए। वही, 21 फीसद लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ एक और सर्जिकल स्ट्राइक करने का मत रखा है। इस पूरे पोल में केवल दो फीसद लोगों ने कहा है कि पाकिस्तान से बातचीत होनी चाहिए।