राहुल पर एकजुट विपक्ष का संसद से सड़क तक विरोध प्रदर्शन, संसद सदस्यता खत्म करने को बताया- लोकतंत्र की हत्या
संसद ठप होने के बाद करीब 18 दलों के विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा से विजय चौक तक विरोध मार्च निकाला। काफी अरसे बाद तृणमूल कांग्रेस भी सदन के अंदर और बाहर कांग्रेस के साथ इस विरोध में शामिल हुई।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता खत्म किए जाने के खिलाफ एकजुट समूचे विपक्ष ने संसद के भीतर और बाहर देश में लोकतंत्र को कुचले जाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। लोकसभा और राज्यसभा में काले कपड़े पहनकर आए विपक्षी सांसदों ने दोनों सदनों में हंगामे-नारेबाजी के जरिए राहुल को अयोग्य ठहराए जाने के फैसले का विरोध करते हुए अदाणी विवाद पर संयुक्त संसदीय समिति के गठन की मांग उठाई।
निकाला विरोध मार्च
संसद ठप होने के बाद करीब 18 दलों के विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा से विजय चौक तक विरोध मार्च निकाला। काफी अरसे बाद तृणमूल कांग्रेस भी सदन के अंदर और बाहर कांग्रेस के साथ इस विरोध में शामिल हुई। संसद के दोनों सदनों में सोमवार को विपक्षी दलों के तीखे तेवर के संकेत सुबह ही मिल गए जब राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की विपक्षी नेताओं की बुलाई बैठक में तृणमूल कांग्रेस ने अपने दो सांसदों को भेजा।
दोनों सदनों में काले कपड़ों में किया हंगामेदार विरोध
लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही सुबह शुरू होते ही कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों के सदस्यों ने पोस्टरों-बैनरों के साथ वेल में जाकर हंगामा-नारेबाजी शुरू कर दी। इस दौरान अदाणी विवाद को उठाते हुए विपक्षी सांसद जेपीसी की मांग की। राज्यसभा में मल्लिकार्जुन खरगे काले धोती-कुर्ते और साफे में पार्टी सांसदों के विरोध का नेतृत्व कर रहे थे तो लोकसभा में अधीर रंजन चौधरी काले पैंट शर्ट में विपक्षी प्रदर्शन की कमान संभाल रहे थे।
द्रमुक के टीआर बालू, आरएसपी के प्रेमचंद्रन समेत कई अन्य विपक्षी दलों के नेता भी विरेाध जताने के लिए काले लिबास में सदन में आए थे। संसद के सुबह स्थगित होने के बाद खरगे के नेतृत्व में विपक्षी सांसदों का मार्च गांधी प्रतिमा से सत्यमेव जयते के बड़े बैनर को थामे विजय चौक तक विरोध प्रदर्शन करते हुए पहुंचा। कांग्रेस प्रवक्ता नासिर हुसैन ने दावा किया कि इस विरोध मार्च में विपक्षी दलों के करीब 150-200 सांसद शामिल हुए हैं।
मोदी सरकार ने रद कराई राहुल की सदस्यता : खरगे
मल्लिकार्जुन खरगे ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा के पास बड़ा बहुमत होते हुए भी सरकार जेपीसी अदाणी मुद्दे पर जेपीसी नहीं बना रही इसका मतलब साफ है कि दाल में कुछ काला है। इसीलिए सरकार ने राहुल गांधी को अदाणी मुद्दे पर बोलने से रोकने के लिए अयोग्य घोषित कराया है ओर हम विपक्ष के सभी लोग एकजुट होकर राहुल गांधी के साथ हुए अन्याय का विरोध करने और एकता दिखाने आए हैं।
खरगे ने कहा कि न्यायपालिका के लिए वे कुछ नहीं कह रहे मगर यह हकीकत है कि कर्नाटक के कोलार में राहुल के भाषण के मामले को गुजरात के सूरत में इसलिए दर्ज कराया गया ताकि उनके मनमाफिक नतीजे आएं। भारत जोड़ो यात्रा के बाद राहुल गांधी राहुल के चैलेंजर के रूप में सामने आना सदस्यता खत्म करने की दूसरी वजह है। खरगे ने इस लड़ाई में साथ आने के लिए तमाम दलों के नेताओं का आभार जताया और कहा कि सरकार की घेरेबंदी के लिए विपक्ष की साझा मुहिम को आगे बढ़ाने पर वे सभी विपक्षी नेताओं से चर्चा करेंगे।