प्रियंका ने विदेश से लौटने के बाद यूपी के सियासी समर में मोर्चा संभालने की शुरू की तैयारी
राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों की रणनीति को लेकर कांग्रेस महासचिवों की 7 फरवरी की यह बैठक बुलाई है। प्रियंका की यह पहली आधिकारिक बैठक होगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। विदेश से लौटने के चौबीस घंटे के भीतर ही प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तरप्रदेश के सियासी समर में मोर्चा संभालने की अपनी तैयारी शुरू कर दी है। इसी तैयारी के तहत प्रियंका ने मंगलवार को उत्तरप्रदेश में कांग्रेस को भी चुनावी अखाड़े का मजबूत दावेदार बनाने की शुरूआती बैठक में वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ विचार-मंथन किया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुआई में विशेष रुप से उत्तरप्रदेश की चुनावी रणनीति को लेकर हुई इस बैठक में प्रियंका के अलावा पश्चिमी उत्तरप्रदेश के प्रभारी महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे।
पार्टी सूत्रों के अनुसार इस बैठक में प्रदेश संगठन की चुनौतियों से लेकर सूबे के मौजूदा चुनावी समीकरणों की होड़ में कांग्रेस को भी शामिल करने के मुद्दे पर चर्चा हुई। इसमें सपा और बसपा के बीच हुए चुनावी गठबंधन में कांग्रेस को दरकिनार किए जाने की परिस्थितियों पर मंत्रणा हुई। इसको लेकर प्रियंका समेत सभी नेताओं का नजरिया यही था कि भाजपा के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की लड़ाई बेशक प्राथमिकता है मगर कांग्रेस की राजनीतिक जमीन कायम रखना किसी सूरत में कम अहम नहीं है।
हालांकि संकेत हैं कि सूबे में गठबंधन के मुद्दे पर पार्टी अभी उचित समय का इंतजार करने की रणनीति पर चलेगी। लेकिन प्रियंका के कमान संभालने की तैयारी के मद्देनजर कांग्रेस का उत्तरप्रदेश में पूरा फोकस चुनाव की घोषणा तक संगठन को जोश और उम्मीदों की रफ्तार देने पर रहेगा।
सूत्रों ने बताया कि इस बैठक में पूर्वी उत्तरप्रदेश में प्रियंका के राजनीतिक अभियान के तौर-तरीके से लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद की रूपरेखा के विकल्पों पर भी मंत्रणा हुई। हालांकि सीधे मोर्चा संभालने के लिए प्रियंका के मैदान में उतरने के कार्यक्रम का पार्टी ने सस्पेंस अभी खत्म नहीं किया है।
7 को एआइसीसी में पहली बैठक में शामिल होकर संभालेंगी जिम्मेदारी
7 फरवरी को कांग्रेस मुख्यालय में महासचिवों की बैठक में शामिल होकर प्रियंका अपना कामकाज औपचारिक रुप से तो शुरू कर देंगी। मगर उत्तरप्रदेश के राजनीतिक अभियान की शुरुआत कुंभ स्नान के साथ शुरू की जाए या लखनऊ के आयोजन से इसको लेकर पार्टी के रणनीतिकार मंथन कर रहे हैं। इसमें 10 फरवरी को कुंभ स्नान का विकल्प भी है।
राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों की रणनीति को लेकर कांग्रेस महासचिवों की 7 फरवरी की यह बैठक बुलाई है। प्रियंका की यह पहली आधिकारिक बैठक होगी।
अमेरिका से सोमवार शाम लौटीं प्रियंका राहुल गांधी के आवास पर बैठक में जाने से पहले दस जनपथ भी गई। वहीं कांग्रेस मुख्यालय में उनकी जिम्मेदारी संभालने की तैयारी लगभग पूरी हो गई है। इसके लिए उनका कमरा भी तैयार कर दिया गया है और उसके बाहर प्रियंका के नाम का बोर्ड लग गया है। पार्टी मुख्यालय में प्रियंका उसी कमरे में बैठेंगी जहां राहुल पहले महासचिव और फिर उपाध्यक्ष रहते हुए बैठते थे।
सूत्रों ने यह भी बताया कि प्रियंका के आने के बाद उत्तरप्रदेश के संगठन में भी कुछ अहम बदलाव होने तय हैं। इस बात की संभावना को नकारा नहीं जा रहा कि पूर्वी और पश्चिमी उत्तरप्रदेश के लिए अलग-अलग दो प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति की जा सकती है। यदि यह विकल्प नहीं अपनाया जाएगा तो फिर सूबे में चार कार्यकारी अध्यक्षों का पुराना फार्मूला अपनाया जा सकता है।