प्रियंका गांधी ने ट्रंप के दौरे पर हो रहे खर्च को लेकर सरकार को घेरा, कहा- क्या छिपा रही सरकार
ट्रंप की यात्रा की धुआंधार तैयारियों से जुड़ी खबरों का हवाला देते हुए कांग्रेस महासचिव ने राष्ट्रपति के गुजरात दौरे के लिए बनी आयोजन समिति की पारदर्शिता पर भी सवाल उठाया।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के अलग-अलग पहलूओं को लेकर सियासत भी जोर पकड़ चुकी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस क्रम में ट्रंप की यात्रा को धमाकेदार बनाने के लिए बडे़ पैमाने पर पैसा खर्च किए जाने को लेकर सरकार को सवालों के कठघरे में खड़ा किया है। प्रियंका ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के दौरे पर 100 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम पर तंज कसते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव प्रचार का ट्रंप अहमदाबाद से आगाज करने जा रहे हैं।
आयोजन समिति की पारदर्शिता पर उठाए सवाल
ट्रंप की यात्रा की धुआंधार तैयारियों से जुड़ी खबरों का हवाला देते हुए कांग्रेस महासचिव ने राष्ट्रपति के गुजरात दौरे के लिए बनी आयोजन समिति की पारदर्शिता पर भी सवाल उठाया। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा 'राष्ट्रपति ट्रंप के आगमन पर 100 करोड रुपये खर्च किए जा रहे हैं। लेकिन ये पैसा एक समिति के जरिये खर्च हो रहा है। समिति के सदस्यों को पता ही नहीं है कि वो उसके सदस्य हैं। क्या देश को ये जानने का हक नहीं है किस मंत्रालय ने समिति को कितना पैसा दिया? समिति की आड़ में सरकार क्या छिपा रही है?'
अंधीर रंजन चौधरी ने भी उठाए सवाल
वहीं अधीर रंजन चौधरी ने ट्वीट में तंज कसते हुए कहा कि ट्रंप इस महीने अहमदाबाद में अपने राष्ट्रपति चुनाव प्रचार अभियान को गति देने जा रहे हैं। जहां दो मरदाना (मैचो) राजनीतिज्ञ साथ मिलेंगे, खाएंगे और मीडिया की सुर्खियां बनेंगे। लेकिन वास्तविकता में यहां अमेरिका बेचने वाला और भारत खरीददार दिखाई दे रहा है। अधीर ने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि अपनी भारत यात्रा के दौरान ट्रंप अपनी सियासी जीत सुनिश्चित कर लेना चाहते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यक्रमों से विपक्षी नेताओं को दूर रखने के मसले पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया। विपक्षी दलों के किसी नेता या प्रतिनिधिमंडल का ट्रंप से मिलने का अभी तक कोई भी कोई कार्यक्रम नहीं है। इसको लेकर भी कांग्रेस की ओर से सवाल उठाए गए हैं।