कर्नाटक में पीएम मोदी का धुआंधार प्रचार, नौ दिन में करेंगे 15 रैली
भाजपा के स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली मई से नौ मई तक पूरे प्रदेश में 15 रैलियां करेंगे।
प्रशांत मिश्र, बेंगलूरू। कर्नाटक की असली जंग एक मई से छिड़ेगी। भाजपा के स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली मई से नौ मई तक पूरे प्रदेश में 15 रैलियां करेंगे। जाहिर है कि अब तक दिख रही कड़ी टक्कर को वह आखिरी पड़ाव में आगे ले जाना चाहेंगे।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव 12 मई को है। मुख्य प्रतिद्वंदी कांग्रेस और भाजपा ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। मैदान सज चुका है। अगर कांग्रेस की बात की जाए तो पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी भले ही पिछले पांच छह महीनों में दर्जनों चक्कर लगा चुके हैं। घूम घूम कर रैलियां भी कर रहे हैं लेकिन कर्नाटक की जनता में उनका कितना आकर्षण है यह इस बात से ही स्पष्ट हो जाता है कि रैलियों में पहले वह बोलते हैं और बाद में मुख्यमंत्री सिद्दारमैया। यानी कांग्रेस को इसका डर होता है कि राहुल आखिर तक भीड़ को शायद न रोक सकें। अगर सिद्दारमैया की बात की जाए तो उनका जोर अपने पांच साल के कार्यकाल की उपलब्धियों पर नहीं भाजपा के ऊपर आरोप लगाने पर होता है।
इस बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी के लिए जमीन तैयार कर दी है। कार्यकर्ता मुस्तैद हैं और पार्टी अनुशासन में है। ऐसे में प्रधानमंत्री की रैली का मकसद होगा खासकर उन लगभग दस फीसद वोटरों को अपने पाले मे लाने का जो अब तक असमंजस में हैं। बेंगलूरू से मैसूर, मंगलोर और ओल्ड मैसूर तक ऐसे वोटर टकटकी लगाए देख रहे हैं जो सिद्दारमैया सरकार से निराश हैं लेकिन भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार येद्दयुरप्पा को लेकर बहुत उत्साहित भी नहीं हैं। ध्यान रहे कि चुनाव घोषणा से पहले ही वह लगभग आधा दर्जन रैली कर चुके हैं और सिद्दारमैया व जनता दल एस नेता एचडी देवेगौड़ा के गढ़ मैसूर में बड़ी विकास योजनाओं को राह दे चुके हैं। बताते हैं कि प्रधानमंत्री की चुनावी अभियान की शुरूआत से पहले ही भाजपा का विजन डाक्यूमेंट भी जारी हो जाएगा जिसमें किसान, छात्र, व्यवसायी व जातीय स्तर पर बंटे पेशेवरों को संदेश दिया जाएगा।